सचिन तेंदुलकर ने 1993 के हीरो कप सेमीफाइनल मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना अंतिम ओवर याद किया। उसमें गेंदबाजी करते हुए सचिन ने भारत को जीत दिलाई थी। दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए छह रन चाहिए थे और तेंदुलकर ने सिर्फ तीन रन दिए और भारत को 2 रन से जीत दिलाई। सोशल मीडिया पर बीस साल की उम्र की फोटो डालने का चलन इस वक्त है और आईसीसी ने सचिन के बीस साल वाली फोटो आंकड़ों के साथ पोस्ट की। उसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मैंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वह शानदार ओवर भी किया था।
कोलकाता के ईडन गार्डंस में हुए इस मैच में सचिन के अंतिम ओवर को आज भी वर्ल्ड क्रिकेट के श्रेष्ठ ओवरों में से एक माना जाता है। उस समय मैच में दक्षिण अफ्रीका की टीम 196 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही थी और 190/8 के स्कोर पर उन्हें अंतिम ओवर में छह रन चाहिए थे। भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने गेंद सचिन को थमाई और यह एक ऐतिहासिक ओवर बन गया। दक्षिण अफ्रीका के ब्रायन मैकमिलन 48 रन पर नाबाद लौटे। मैकमिलन पहली बॉल पर सिंगल दौड़े और उसे डबल बनाने का प्रयास किया तो फैनी डीविलियर्स रन आउट हो गए। इसके बाद नए बल्लेबाज ज्यादा कुछ कर नहीं पाए और तेंदुलकर ने अपना ओवर तीन रन देकर खत्म कर दिया।
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गौरतलब है कि जरूरत पड़ने पर तेंदुलकर ने टीम को समय-समय पर विकेट भी दिलाए हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सौ शतक के साथ दौ सौ विकेट लेने वाले वे दुनिया के पहले खिलाड़ी हैं। वनडे में उन्होंने 154 और टेस्ट में 46 विकेट हासिल किये हैं। वे स्पिन और मीडियम फ़ास्ट गेंदबाजी करते थे। लेग स्पिन में उनकी गूगली भी शानदार हुआ करती थी।