सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने अपने पहले पाकिस्तान दौरे को याद किया है और बताया कि कैसे चौथे टेस्ट मैच में वो बल्लेबाजी के वक्त इंजरी का शिकार हो गए थे लेकिन इसके बावजूद क्रीज पर डटे रहे। तेंदुलकर के मुताबिक वकार यूनिस की एक गेंद उनकी नाक पर लग गई थी और जावेद मियांदाद ने आकर कहा कि मुझे हॉस्पिटल जाना चाहिए लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया।
दरअसल जब सचिन तेंदुलकर ने पहली बार पाकिस्तान का दौरा किया था और अपना डेब्यू किया था तब वो महज 16 साल के ही थे। उस वक्त पाकिस्तानी टीम में वसीम अकरम, वकार यूनिस और इमरान खान जैसे दिग्गज गेंदबाज थे। इस सीरीज के चौथे टेस्ट मैच के दौरान तेंदुलकर बुरी तरह घायल हो गए थे लेकिन इसके बावजूद उन्होंने बल्लेबाजी की थी।
जावेद मियांदाद ने कहा कि मुझे हॉस्पिटल जाना पड़ेगा - सचिन तेंदुलकर
वकार यूनिस की एक गेंद सचिन तेंदुलकर की नाक में लग गई थी। तेंदुलकर ने बताया कि चोटिल होने के बाद जावेद मियांदाद ने उनसे आकर क्या कहा था ? इंफोसिस द्वारा आयोजित एक इवेंट में उन्होंने कहा,
मेरा पाकिस्तान का पहला टूर था और हम चौथा टेस्ट मैच खेल रहे थे। हमने पहले तीन मैच ड्रॉ करा लिए थे। चौथे टेस्ट मैच की आखिरी पारी में हम शायद 36 रनों तक 4 विकेट गंवा चुके थे। वकार यूनिस की एक बाउंसर गेंद मेरी नाक पर लग गई। मैं उस वक्त ग्रिल नहीं लगाता था और मेरा चेहरा पूरी तरह से ओपन रहता था। मेरी नाक से खून बहने लगा। इसके बाद मैच रुक गया। पाकिस्तानी प्लेयरों को लगा कि मुझे काफी ज्यादा चोट लग गई है। अगर मैं मैदान से बाहर चला जाता तो पाकिस्तान जो पहले से ही डॉमिनेट कर रहा था वो और भी अच्छी पोजिशन में आ जाती।
उसी बीच जावेद मियांदाद मेरे पास पाए और कहा कि तेरा नाक टूट गया है, तेरे को हॉस्पिटल जाना पड़ेगा। इमरान ने उनसे कहा कि जावेद उसे अकेला छोड़ दो। इसके बाद मैं बैटिंग करने लगा। उस वक्त मुझे लगा कि इंजरी आपको बना सकती है या तोड़ सकती है। मुझे काफी खुशी है कि मैं ड्रेसिंग रूम से बाहर नहीं गया और लगातार बैटिंग की। हमने वो टेस्ट मैच ड्रॉ कराया और सीरीज भी ड्रॉ कराई जिसके काफी मायने थे।