भारतीय टीम के युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने सचिन तेंदुलकर को अपना मेंटर बताया है और कहा है कि उन्होंने मास्टर ब्लास्टर से काफी कुछ सीखा है। पृथ्वी शॉ ने 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी।
Indian Oil के साथ बातचीत करते हुए पृथ्वी शॉ ने कहा,
"मैं 8 साल का था जब मैं सचिन तेंदुलकर से मिला था। इसके बाद से वो मेरे मेंटर हैं और मैंने उनसे काफी कुछ सीखा है। इसमें फील्ड के अंदर और ऑफ द फील्ड आपको कैसे रहना यह शामिल है। अभी भी जब मैं अभ्यास के लिए जाता हूं, तो सचिन तेंदुलकर अगर मुझे देख रहे हैं, तो मुझसे बात करेंगे। वो टेक्निकल से ज्यादा मानसिक बातें करते हैं। उनके और कोच की वजह से मेरा सफर काफी शानदार रहा है।
पृथ्वी शॉ ने शतक के साथ अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी
2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट में पृथ्वी शॉ ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर का पहला मुकाबला खेला था, जिसमें उन्होंने बेहतरीन शतक जड़ा था और वो प्लेयर ऑफ द मैच भी रहे थे। हालांकि इतनी शानदार शुरुआत के बाद पृथ्वी शॉ काफी विवादों का भी हिस्सा रहे हैं। 2018-19 में चोट के कारण उन्हें ऑस्ट्रलियाई दौरे से बाहर कर दिया गया था।
इसके बाद डॉप टेस्ट में फेल होने के बाद उनके ऊपर बैन भी लगा था और वो कुछ समय तक क्रिकेट नहीं खेल पाए थे। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए वनडे और टेस्ट सीरीज में वापसी की और खेलते हुए नजर आए थे। हालांकि उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था, जिसके बाद उनकी तकनीक और मानसिकता की काफी आलोचना हुई थी।
सचिन तेंदुलकर ने भी कहा था कि उन्होंने पृथ्वी शॉ से बात की है। मास्टर ब्लास्टर ने कहा,
"यह सच है पिछले कुछ सालों में मैंने पृथ्वी शॉ से बात की है। वो काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और उनकी मदद करके मैं खुश हूं। मैं उनसे क्रिकेट और क्रिकेट के बाहर की दुनिया के बारे में बात की है।"
पृथ्वी शॉ को मार्च में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में मौका मिला था, लेकिन कोरोनावायरस के कारण वो सीरीज पूरी नहीं हो पाई। निश्चित ही शॉ में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, लेकिन जब क्रिकेट एक बार फिर शुरू होता है, तो देखना होगा कि क्या वो टैलेंट को प्रदर्शन में तब्दील कर पाते है या नहीं।
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