पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने अनिल कुंबले के हेड कोच पद से इस्तीफा देने को भारतीय क्रिकेट का दुखद दिन करार दिया है। एनडीटीवी से बात करते हुए गावस्कर ने कहा, 'उस बात पर काफी रोष व्यक्त किया गया, जिसमें कहा गया है कि कुंबले दबंग और ज्यादा कार्य करने वाले शिक्षक की तरह काम करते हैं।' गावस्कर ने कहा, 'आप किसे चाहते हैं? जो आपको अभ्यास ना करने को बोले या वो जो आपको घुमने-फिरने से ना रोके, आपको बोले की छुट्टी मना और शॉपिंग करो। अगर कोई तानाशाह है और आपको कुंबले की तरह अच्छे परिणाम दे रहा है तो गलत क्या है?' लिटिल मास्टर ने आगे कहा, 'एक खिलाड़ी के तौर पर उन्होंने जो हासिल किया और पिछले एक साल में कुंबले ने कोच के रूप में जिस तरह का काम किया है वो अद्भुत है। इसलिए मैं कुंबले को एक कड़क हेडमास्टर के रूप में गलत नहीं मानता हूं और ना ही उनके कार्य करने की शैली को, जैसा कि मैंने अखबारों में पढ़ा है।' यह भी पढ़ें : सूत्रों के मुताबिक टीम इंडिया के खिलाड़ी अनिल कुंबले के रोबदार व्यवहार से परेशान थे गावस्कर को कुंबले और कोहली के बीच की अनबन के बारे में ज्यादा पता नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे अनिल और विराट के बीच की दूरियों के बारे में ज्यादा पता नहीं है, लेकिन उनका इस्तीफा देना भारतीय क्रिकेट के लिए एक दुखद दिन है।' आपको पता होगा कि कुंबले ने मंगलवार की रात कोहली के साथ चल रहे विवाद पर विराम लगाते हुए कोच पद से इस्तीफा दे दिया। पिछले कुछ दिनों से खबरें आ रही थी कि ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के समय से दोनों के बीच विवाद चल रहा है। इस्तीफे के बाद कुंबले ने एक पत्र के जरिए इस्तीफा अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया और इस्तीफा देने की वजह का खुलासा करते हुए बताया कि कप्तान कोहली को उनके काम करने का तरीका पसंद नहीं आया। गावस्कर का मानना है कि कुंबले काफी अनुभवी खिलाड़ी है और उनके अनुभव का इस्तेमाल प्रशासनिक कार्यों में करना चाहिए। उन्होंने CAC के बारे में भी कहा कि समिति को भारतीय क्रिकेट के लिए सिर्फ कोच की नियुक्ति से आगे बढ़कर कुछ और करना चाहिए।