पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व सलामी बल्लेबाज सलमान बट्ट (Salman Butt) को साल 2010 में स्पॉट फिक्सिंग के कारण प्रतिबंधित कर दिया गया था। वह उन खिलाड़ियों में से एक थे जिन्हें लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 2010 के टेस्ट मैच में स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के लिए प्रतिबंध झेलना पड़ा था। अपना प्रतिबंध पूरा करने के बाद और घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन के बावजूद बट्ट अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी नहीं कर सके। इस बीच सलमान बट्ट ने फिर से राष्ट्रीय टीम में नहीं खेल पाने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
कर्टली एम्ब्रोस के यूट्यूब चैनल पर बट्ट ने कहा कि कभी-कभी मुझे बताया गया था कि आप ऑस्ट्रेलिया जा रहे हैं, आप इंग्लैंड जा रहे हैं लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ। वेस्टइंडीज दौरे से पहले भी मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए तैयार होने के लिए कहा गया था। मैंने सोचा था कि अगर मैं दोबारा पाकिस्तान के लिए नहीं खेलूंगा तो घरेलू क्रिकेट खेलने का कोई फायदा नहीं है। यह बार-बार ढोल पीटने जैसा है।
स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में सलमान बट्ट के अलावा मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ पर भी प्रतिबंध लगा था। आमिर ने फरवरी 2016 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोबारा से वापसी की लेकिन बट्ट उसके बाद से पाकिस्तान की जर्सी में नजर नहीं आए।
बट्ट ने आगे कहा कि मैंने गलती की थी और मेरा समय खराब था। लेकिन मैं वास्तव में यह नहीं सोचता कि क्रिकेट ने मेरा उस तरह स्वागत किया जैसा दूसरे लोग करते थे। मैंने प्रतिबंध के पांच साल पूरे किए लेकिन मुझे दूसरों की तरह सम्मान नहीं मिला। अगर वे मेरे साथ समान व्यवहार नहीं करेंगे तो पांच साल के प्रतिबंध लगाने का क्या मतलब है? मुझे अच्छा लगता अगर किसी में मुझे यह बताने की हिम्मत होती कि ऐसा नहीं होने वाला है। मैंने हर दिन छह साल तक यह सोचकर ट्रेनिंग की है कि मैं वापसी करूंगा। इसका कोई मतलब नहीं है।
गौरतलब है कि सलमान बट्ट ने पाकिस्तान के लिए 33 टेस्ट में 1889 रन, 78 वनडे में 2725 रन और 24 टी20 में 595 रन बनाए हैं।