पिछले कुछ समय में भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) में कुछ बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। हाल ही में विराट कोहली (Virat kohli) ने टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़कर चौंका दिया था। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारने के तुरंत बाद यह निर्णय लिया था। इसके बाद पूर्व भारतीय कोच रहे रवि शास्त्री का मानना था कि कोहली आराम से अगले दो साल से ज्यादा समय टेस्ट टीम की कप्तानी करने की क्षमता रखते थे। इस बीच पूर्व पाकिस्तानी कप्तान सलमान बट्ट ने भी शास्त्री के इस बयान का समर्थन किया है।
बट्ट ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि शास्त्री भारतीय टीम के महौल को किसी और से बेहतर जानते हैं। हम सभी जानते हैं कि भारत और पाकिस्तान की टीमों का माहौल लगभग समान है लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह की मानसिकता अभी भी कायम है और शायद यही कारण है कि बड़े स्तर के खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में विफल रहे हैं। उनके रास्ते में कई बाधाएं हैं और वे उनके अपने लोग हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन यह सच है।
टेस्ट में कोहली की कप्तानी छोड़ने को लेकर शास्त्री ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) पर अप्रत्यक्ष तौर पर निशाना साधा था और कहा था कि कुछ लोग कोहली की सफलता को सहन नहीं कर पा रहे थे।
शास्त्री ने आज तक से कहा था कि निश्चित रूप से वह कम से कम दो साल तक भारत की कप्तानी कर सकते थे क्योंकि अगले दो साल भारत को घर पर ही खेलना है। इस बीच वह आठ से 10 टेस्ट जीत सकते थे और अपनी कप्तानी में 50-60 जीत हासिल कर लेते। बहुत से लोग इस बात को पचा नहीं पाते।"
गौरतलब है कि कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में भारत की अगुवाई की है, जिसमें 40 में टीम को जीत मिली है। इसके अलावा उनकी कप्तानी में 17 टेस्ट में भारत हारा है जबकि 11 मुकाबले ड्रा पर समाप्त हुए हैं। आंकड़ों से स्पष्ट है कि कोहली टेस्ट प्रारूप में भारत के अब तक के सबसे सफल कप्तान रहे हैं।