सैम करन (Sam Curran) की जितनी ही तारीफ की जाए, वह कम है। भारत (India) के खिलाफ नाबाद 95 रन की पारी खेल उन्होंने इंग्लैंड को लगभग जितवा दिया था। अंतिम ओवर में वह मैच फिनिश करने में सफल नहीं हुए, अन्यथा वह पूरी पारी में बेहतरीन खेले। सैम करन ने अपनी पारी और मैच में जीत दर्ज नहीं कर पाने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है।
इंग्लिश ऑल राउंडर ने कहा कि हम मैच जीत पाए, लेकिन मेरे खेलने के तरीके से खुश हूँ। मुझे जीतना पसंद है, लेकिन यह एक शानदार अनुभव था। मैंने लंबे समय तक इंग्लैंड के लिए ऐसा नहीं किया है, लेकिन अंत में हम हार गए। मैं अधिकांश गेंदों को खेलना चाहता था और इसे गहराई तक ले जाना चाहता था। इसे बचाना काफी मुश्किल था, लेकिन नटराजन ने अंत में वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की और दिखाया कि वह वास्तव में अच्छे गेंदबाज क्यों है। मुझे महसूस हुआ कि एक साइड छोटी है और भुवी एक शानदार गेंदबाज है। शानदार मैदान, शानदार पिच और भारत के पास एक अद्भुत बल्लेबाजी लाइनअप है, इसलिए यह सीखने का एक बड़ा हिस्सा रहा है। कुछ ही सप्ताह में इन परिस्थितियों में आईपीएल खेलने की तरफ देख रहा हूँ।
सैम करन ने अकेले लड़ी लड़ाई
जब इंग्लैंड के अन्य सभी मुख्य बल्लेबाज आउट होकर पवेलियन लौट गए थे, उस समय सैम करन ने पिच पर टिककर बल्लेबाजी की और पुछल्ले बल्लेबाजों को अपने साथ खिलाते हुए स्कोरबोर्ड चलाए रखा। उन्होंने धाकड़ बल्लेबाजी करते हुए मैच को अंत तक लेकर जाने के बाद बड़े शॉट का प्रयास किया लेकिन अंतिम ओवर में वह इसे फिनिश नहीं कर पाए। टी नटराजन ने वहां अच्छा काम करते हुए करन को रोक दिया और भारत ने 7 रन से जीत दर्ज की।
भारतीय टीम ने 329 रनों के स्कोर का बचाव करते हुए इंग्लैंड को सीरीज में 2-1 से हराया लेकिन सैम करन ने यादगार पारी खेल प्लेयर ऑफ़ द मैच का खिताब अपने नाम किया।