रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने समय के साथ अपनी बल्लेबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन कई मौकों पर किया है। उनको लेकर पूर्व भारतीय बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ (Sanjay Bangar) ने प्रतिक्रिया दी है। बांगड़ ने बताया है कि अश्विन के साथ काम करते समय उनके सामने कौन सी चुनौतियाँ थी।
स्टार स्पोर्ट्स पर एक चर्चा के दौरान बांगड़ ने कहा कि वह लगातार अपनी गेंदबाजी के बारे में सोचते हैं। ज्यादातर मेरी चर्चा गेंदबाजी के बारे में नहीं बल्कि बल्लेबाजी के बारे में होती है। आर अश्विन के साथ मेरी सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि वह हर सीरीज में एक अलग सोच के साथ आए या कुछ अलग कर रहे थे और फिर उन्हें वापस पुराने स्वरूप में लाना था।
बांगड़ ने कहा कि अगर हम पिछले दो वर्षों को देखें, तो बीच में एक समय था जब उन्होंने फ्रंट-ऑन एक्शन के साथ बहुत अधिक गेंदबाजी करने की कोशिश की। उन्हें उस समय अपने शरीर का बहुत अधिक उपयोग करना पड़ा, लेकिन यहां वह बिल्कुल साइड-ऑन गेंदबाजी कर रहे थे, लोडिंग पोजीशन अच्छी थी। इस तरह से उन्होंने करियर की शुरुआत में गेंदबाजी की थी।
गौरतलब है कि श्रीलंका के खिलाफ मोहाली टेस्ट मैच में अश्विन ने बेहतरीन गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए 6 विकेट हासिल किये थे। इसके अलावा बल्लेबाजी में उन्होंने पहली पारी में खेलते हुए अर्धशतक जमाया था। इस तरह अश्विन ने ऑल राउंड खेल के साथ टीम की जीत में अपना अहम योगदान दिया।
पिछले कुछ समय से अश्विन की बल्लेबाजी में भी काफी बेहतरीन सुधार देखने को मिला है। इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी उस समय उन्होंने शतक जमाया था। टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में अश्विन अब दूसरे स्थान पर हैं। पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव को अश्विन ने इस मामले में पीछे छोड़ दिया है।