विराट कोहली (Virat Kohli) को वनडे टीम की कप्तानी से हटाए जाने को लेकर जो विवाद हुआ है उसको लेकर पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनके मुताबिक कोहली की कप्तानी को लेकर जो मुद्दा था उस पर बोर्ड प्रेसिडेंट सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) की बजाय चेयरमैन ऑफ सेलेक्टर्स को बयान देना चाहिए।
दरअसल विराट कोहली ने साउथ अफ्रीका टूर पर जाने से पहले कहा था कि उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से हटाए जाने के बारे में पहले नहीं बताया गया था। टेस्ट टीम के चयन के दौरान उन्हें जाते-जाते केवल इतना कह दिया गया था कि वो अब वनडे के कप्तान नहीं रहेंगे। वहीं सौरव गांगुली ने इससे पहले प्रतिक्रिया दी थी कि उन्होंने विराट कोहली से टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने के लिए मना किया था लेकिन वो नहीं माने। हालांकि कोहली ने इससे साफ इंकार कर दिया और कहा कि उनसे इस तरह की कोई बात नहीं की गई थी।
सौरव गांगुली को इस मुद्दे पर कोई भी बयान नहीं देना चाहिए था - संजय मांजरेकर
मांजरेकर के मुताबिक तीनों फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान होना सही नहीं है लेकिन इसको लेकर चेयरमैन ऑफ सेलेक्टर्स और विराट कोहली के बीच बातचीत होनी चाहिए थी। टाइम्स नाऊ पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
तीन फॉर्मेट का तीन अलग-अलग कप्तान होना सही नहीं है। भारतीय क्रिकेट में एक शख्स की काफी अहमियत होती है लेकिन उसको उतना नाम नहीं मिलता है और वो हैं चेयरमैन ऑफ सेलेक्टर्स। इसलिए मुझे समझ नहीं आ रहा है कि सार्वजनिक तौर पर बयान क्यों दिए जा रहे हैं या फिर बीसीसीआई प्रेसिडेंट इस बारे में कोई बयान क्यों दे रहा है। जबकि ये काम तो चेयरमैन ऑफ सेलेक्टर्स का है।
संजय मांजरेकर की ही तरह इससे पहले दिलीप वेंगसरकर ने भी कहा था कि गांगुली को इस मुद्दे पर कुछ भी नहीं बोलना चाहिए था।