घरेलू क्रिकेट में रनों का अंबार लगाने के बाद आखिरकार युवा बल्लेबाज सरफराज खान (Sarfaraz Khan) को हाल ही में इंग्लैंड (IND vs ENG) के खिलाफ खेली गई 5 मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने का मौका मिला। अपने दमदार प्रदर्शन के बलबूते सरफराज ने साबित किया कि उनके पास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी रन बनाने की क्षमता है।
सरफराज उन खिलाड़ियों में से एक थे, जिन्हें फैंस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलते देखने का लम्बे समय से इंतजार कर रहे थे। घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन रिकॉर्ड होने के बावजूद दाएं हाथ के बल्लेबाज को राष्ट्रीय टीम से पहले कॉल-अप के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ा था।
इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में जब सरफराज से पूछा गया कि सफल अंतरराष्ट्रीय डेब्यू की बाद मिल रहे फेम को वो कैसे संभाल रहे हैं, तो युवा बल्लेबाज ने इस पर मजेदार प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
पिछले 4 सालों से इंस्टाग्राम पर मेरे 6-7 लाख फॉलोअर्स थे, लेकिन भारत के लिए खेलने अब मेरे 1.5 मिलियन फॉलोअर्स हो गए हैं। यह अच्छा है।
गौरतलब है कि इंग्लैंड के खिलाफ अपनी डेब्यू सीरीज में सरफराज ने 3 मैचों में 50 की औसत से 200 रन बनाये थे। इस दौरान उनके बल्ले से तीन अर्धशतकीय पारियां निकली थी।
"टेस्ट क्रिकेट सबसे खास प्रारूप है"- सरफराज खान
सरफराज खान ने एक पेशेवर क्रिकेटर बनने के लिए प्रेरित और भारत के लिए खेलने के उनके सपने को साकार करने में मदद करने का श्रेय अपने पिता नौशाद को दिया। इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि कैसे उनके पिता ने उन्हें वर्षों तक प्रेरित किया। इसके अलावा युवा बल्लेबाज ने टेस्ट प्रारूप को सबसे खास बताया। उन्होंने कहा,
मैं बचपन से ही टेस्ट क्रिकेट के महत्व के बारे में कहानियाँ सुनता आ रहा हूँ। मेरे पिता मुझे खेल के सबसे लंबे प्रारूप का महत्व बताते रहे हैं। ऐसा नहीं है कि कोई दबाव नहीं था, अपनी पहली सीरीज खेलते समय मुझे दबाव महसूस हुआ।