बांग्लादेश क्रिकेट टीम (Bangladesh Cricket team) के शहादत होसैन (Shahadat Hossain) ने बीसीबी से अपना बैन कम करने का आग्रह किया है ताकि वह प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में फिर से वापसी कर सके। शहादत को राष्ट्रीय क्रिकेट लीग के अंतिम संस्करण में एक मैच के दौरान टीम के साथी अराफात सनी पर हमला करने के लिए पांच साल का प्रतिबंध (दो साल निलंबित) और 3 लाख का जुर्माना लगाया गया था।
यह घटना तब हुई जब टूर्नामेंट के दूसरे दिन ढाका डिवीजन और खुलना के शेख अबू नसर स्टेडियम में खन्ना डिवीजन के बीच खेला गया था। क्रिकबिज की एक रिपोर्ट के अनुसार शहादत ने कहा है कि वह वापसी के लिए बैचेन हैं ताकि वह अपनी बीमार माँ के इलाज के बिल के पैसे दे सके। वह कैंसर से पीड़ित है।
शहादत का कहना है "मैंने अपना बैन कम करने की अपील बोर्ड से की है, बाकी चीजें उनके ऊपर निर्भर करती है। मुझे प्रतिस्पर्धी में वापसी करना जरूरी है ताकि कैंसर से पीड़ित अपनी माँ के इलाज के बिल भर सकूं।" क्रिकेट के अलावा मैं अन्य कोई काम नहीं जानता। मैं अपनी गलती का पश्चाताप कर रहा हूँ और बीसीबी को आगे मेरे लिए किसी तरह की शिकायत मिलती है, तो मैं अपना चेहरा नहीं दिखाऊंगा।"
शहादत होसैन को एकेडमी छोड़ने के लिए कहा गया
शाहदत एक एकेडमी में अपने पूर्व साथियों को नेट बॉलिंग कर रहे थे तब उन्हें जगह छोड़ने के लिए कहा गया और अनुमति नहीं दी गई। यह घटना शनिवार को हुई थी। इस मामले पर शहादत ने कहा कि मुझे नहीं पता था कि मैं गेंदबाजी नहीं कर सकता। मैं नेट गेंदबाज के तौर पर वहां गया था और मुख्य क्यूरेटर गामिनी ने मुझे एकेडमी परिसर छोड़ने के लिए कहा।
बांग्लादेश के लिए शहादत ने 38 टेस्ट और 51 वनडे मुकाबले खेले हैं। इससे पहले भी उन्हें बैन किया गया था जब उनके ऊपर घर पर काम करने वाले हेल्पर ने अत्याचार का आरोप लगाया था।