बांग्लादेश के स्टार ऑल राउंडर शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) ने बायो बबल को लेकर बयान दिया है। शाकिब का मानना है कि बायो बबल में रहना जेल की तरह था। बांग्लादेश के न्यूजीलैंड दौरे से शाकिब ने नाम वापस ले लिया है। बांग्लादेश की टीम अभी न्यूजीलैंड में है और वहां दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने के लिए गई हुई है।
ईएसपीएनक्रिकइन्फो के अनुसार शाकिब ने कहा कि जीवन एक जेल की तरह था। ऐसा बिलकुल नहीं था कि खिलाड़ी एक सीरीज के दौरान घूम रहें हों। अगर आप बाहर जाना चाहते हैं और आपको पता चलता है कि आप नहीं जा सकते हैं। वहीँ से दिक्कतें शुरू हो जाती हैं। न्यूजीलैंड ने अंडर 19 वर्ल्ड कप तक के लिए अपनी टीम नहीं भेजी। मेंटल हेल्थ के बारे में सोचते हुए उन्होंने ऐसा किया है। कोरोना वायरस आसानी से नहीं जाने वाला है। हमें टिके रहने के लिए नया तरीका देखना होगा। मुझे नहीं लगता कि बायो बबल और क्वारंटीन बेस्ट तरीका है। जब आप अपने तीन छोटे बच्चों से नियमित नहीं मिल सकते, तो यह स्वास्थ्यवर्धक नहीं रहता। इससे उनके बचपन पर प्रभाव पड़ता है।
शाकिब ने भविष्य में किस प्रारूप पर ध्यान देने के बारे में भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूँ कि कौन से प्रारूप को अहमियत और प्राथमिकता देनी है। मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट के बारे में सोचने का समय आ गया है। यह फैक्ट है कि मैं टेस्ट क्रिकेट खेलूँगा या नहीं। अगर मैं खेलता हूँ, तो इसे कैसे खेलूँगा। मुझे वनडे के बारे में भी सोचना है।
बांग्लादेश के इस ऑल राउंडर ने कहा कि मैं नहीं कह रहा कि टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लूँगा। टी20 क्रिकेट के साथ 2022 वर्ल्ड कप के बाद ऐसा हो सकता है। मैं टेस्ट और एकदिवसीय खेल सकता हूँ लेकिन तीन प्रारूप खेलना संभव नहीं है।