ऑस्ट्रेलिया (Australia) के पूर्व दिग्गज स्पिनर शेन वॉर्न (Shane Warne) ने DRS रिव्यू में अम्पायर का फैसला हटाने के बारे में बयान दिया है। शेन वॉर्न का कहना है कि रिव्यू लेने के बाद मैदानी अम्पायर का फैसला हटा देना चाहिए। शेन वॉर्न का इशारा उस नियम की तरफ है जिसमें रिव्यू लेने के बाद भी मैदानी अम्पायर का फैसला अम्पायर्स कॉल के आधार पर बना रहता है।
शेन वॉर्न ने ट्वीट करते हुए अपनी बात रखी और कहा कि अगर कोई कप्तान रिव्यू लेता है तो अम्पायर का निर्णय हटा देना चाहिए क्योंकि आउट या नोट आउट के लिए आपके पास वही बॉल नहीं होती। एक बार ऐसा हो जाए तो आउट और नोट आउट का निर्णय सामान्य हो जाएगा।
शेन वॉर्न की अम्पायरों पर प्रतिक्रिया
शेन वॉर्न ने कहा कि अम्पायर्स कॉल हटा देने से अम्पायरों के फैसलों की सटीकता का भी पता लगेगा। अम्पायर्स कॉल होने से अम्पायरों के प्रदर्शन में मदद होती है। ऑनफील्ड अम्पायर का निर्णय हटाना चाहिए जिससे अम्पायर्स कॉल नहीं हो।
शेन वॉर्न समय-समय पर अपनी प्रतिक्रिया क्रिकेट सुधारों को लेकर देते रहते हैं। इससे पहले वह टी20 क्रिकेट में गेंदबाज को 5 ओवर कराने का समर्थन कर चुके हैं। अम्पायर्स कॉल से निर्णय की स्पष्टता नहीं दिखती इसलिए शेन वॉर्न ने ऐसा कहा है। अगर विकेट को एकदम एक इंच भी गेंद छूकर निकली हो और अम्पायर ने उसे आउट दिया तो वह रिव्यू में भी आउट ही माना जाता है। अगर अम्पायर ने उसे नोट आउट दिया तो वह रिव्यू में भी नोट आउट माना जाता है।
कहने का मतलब यही है कि आधा इंच भी स्टम्प्स को छूकर गेंद निकल गई तो मैदानी अम्पायर का फैसला तीसरा अम्पायर भी नहीं बदल सकता। इससे कई बार बल्लेबाज को ही नुकसान उठाना पड़ता है। शेन वॉर्न से पहले भी इस पर उँगलियाँ उठ चुकी हैं। अम्पायर्स कॉल किसी को समझ नहीं आया।