भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने शेन वॉर्न के निधन पर शोक व्यक्त किया है और कहा है कि वॉर्न ने क्रिकेट जगत में स्पिन को आक्रमण के रूप में इस्तेमाल किया था। 52 साल के वॉर्न का पिछले हफ्ते दिल का दौरा पड़ने के कारण निधन हो गया था। अश्विन ने कहा,
विश्व क्रिकेट में स्पिन को आगे बढ़कर इस्तेमाल करने के लिए मैं वॉर्न को पथप्रदर्शक के रूप में देखता हूं। विश्व क्रिकेट में तीन सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज स्पिनर्स हैं। वह एक रोचक इंसान थे। कई सारे ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों ने वॉर्न के बारे में काफी अच्छी बातें कही हैं।
अश्विन ने वॉर्न की तारीफ करते हुआ आगे कहा कि उन्होंने गेंदबाजी को फिर से परिभाषित किया था। उन्होंने 1,000 से ज्यादा विकेट लिए हैं जो बहुत से लोग नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा,
सारे लोग वॉर्न द्वारा माइक गेटिंग को की गई गेंद के बारे में बात करते हैं, लेकिन मेरे लिए उनकी बेस्ट गेंद 2005 एशेज में एंड्रयू स्ट्रॉस को फेंकी गेंद है। उस सीरीज में उन्होंने अकेले ऑस्ट्रेलिया के लिए लड़ाई की थी।
विश्व क्रिकेट के सबसे महान लेग-स्पिनर थे वॉर्न
1990 के दौर में इंटरनेशनल क्रिकेट में आने वाले वॉर्न को विश्व क्रिकेट का सबसे महान लेग-स्पिनर माना जाता है। वॉर्न ने अपने टेस्ट करियर में 708 विकेट लिए हैं। वह 600 और 700 टेस्ट विकेट लेने दुनिया के पहले गेंदबाज बने थे। 1999 वर्ल्ड कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम में वॉर्न अहम हिस्सा रहे थे। उन्होंने सेमीफाइनल और फाइनल दोनों में मैन ऑफ द मैच अवार्ड जीता था।
वॉर्न ने 2007 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था, लेकिन 2013 तक उन्होंने क्रिकेट खेलनी जारी रखी थी। वॉर्न की कप्तानी में ही राजस्थान रॉयल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग के पहले सीजन का खिताब जीता था। वह ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग में भी खेले थे।