ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के बल्लेबाज शॉन मार्श (Shaun Marsh) ने 10 जनवरी, शुक्रवार को अपने 23 साल लम्बे करियर पर विराम लगा दिया और फर्स्ट क्लास और वनडे से संन्यास की घोषणा कर दी। मार्श ने 2001 में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के लिए 17 साल की उम्र में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था और पिछले सत्र में शेफील्ड शील्ड खिताब जीतने की अपनी इच्छा पूरी की थी, जहां उन्होंने अपने भाई मिचेल मार्श की अनुपस्थिति में कप्तानी की थी और अपनी टीम को खिताबी जीत भी दिलाई थी।
जून में 40 साल के होने जा रहे मार्श ने अपने फर्स्ट क्लास करियर में 12,000 से अधिक रन बनाये और 32 शतक लगाने के अलावा 58 अर्धशतक भी अपने नाम किये। मार्श ने लिस्ट ए क्रिकेट के 177 मुकाबलों में 44.45 के औसत से 7158 रन बनाये और इस दौरान उनके बल्ले से 19 शतक निकले।
दिग्गज बल्लेबाज ने ऑस्ट्रेलिया के लिए तीनों ही प्रारूप खेले। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 38 टेस्ट मुकाबलों में छह शतक और दस अर्धशतक की मदद से 34.31 की औसत से 2265 रन बनाये। वहीं वनडे करियर में, 73 मैचों में 2773 रन बनाये। मार्श ने ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना आखिरी मुकाबला 2019 में खेला था।
2017-18 एशेज में किया था शानदार प्रदर्शन
शॉन मार्श का अंतरराष्ट्रीय करियर भले ही बहुत आकर्षक न रहा हो लेकिन उन्हें हमेश ही 2017-18 एशेज सीरीज में दमदार प्रदर्शन के लिए याद किया जायेगा, जहाँ उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरा स्थान हासिल किया था। मार्श ने स्टीव स्मिथ के बाद सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाये थे। उन्होंने पांच मैचों की सात पारियों में 74.16 के औसत से 445 रन बनाये थे। इस दौरान उनके बल्ले से दो शतक और इतने ही अर्धशतक आये थे। उनका सर्वश्रष्ठ स्कोर 156 रहा था। ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज 4-0 से अपने नाम की थी।