भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने कुछ मैचों में फ्लॉप होने के बाद अपनी आलोचना को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि उनके साथ ऐसा 10 साल से हो रहा है और उन्हें फर्क नहीं पड़ता है कि लोग क्या कहते हैं। धवन के मुताबिक लोग कहते रहते हैं और वो खेलते रहते हैं।
वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए शिखर धवन को भारतीय टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है। नियमित कप्तान रोहित शर्मा को इस सीरीज के लिए रेस्ट दिया गया है और इसी वजह से शिखर धवन को कप्तानी का जिम्मा सौंपा गया है।
मैं केवल खुद के अंदर सुधार लाने पर ध्यान देता हूं - शिखर धवन
सीरीज की शुरूआत से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शिखर धवन ने पूछा गया कि क्या लगातार आलोचना से उनके ऊपर प्रभाव पड़ता है। इसके जवाब में उन्होंने कहा,
मुझे कुछ भी अजीब नहीं लगता है। मैं इसे 10 साल से सुन रहा हूं। वो कहते रहते हैं, मैं खेलता रहता हूं। मुझे इससे कोई फर्क ही नहीं पड़ता है। अगर कुछ फर्क पड़ता तो आज मैं यहां नहीं होता। सबकी अपनी-अपनी राय होती है लेकिन मुझे पता है कि मेरा काम क्या है और क्या करने की जरूरत है। मैं ऐसा कई सालों से कर रहा हूं। कुछ मैचों में फेल होने के बाद मैं ज्यादा टेंशन नहीं लेता। मैं खुद का आंकलन करता हूं और सुधार लाने की कोशिश करता हूं। मेरे लिए इसके मायने ज्यादा हैं।
आपको बता दें कि भारत और वेस्टइंडीज के बीच पहला वनडे 22 जुलाई को खेला जाएगा। इस दौरान शिखर धवन अच्छा प्रदर्शन कर टीम को जीत दिलाना चाहेंगे। इंग्लैंड सीरीज में फ्लॉप होने के बाद वो इस सीरीज में जरूर रन बनाना चाहेंगे।