सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने खुद को इंडियन टीम से ड्रॉप किए जाने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कई खिलाड़ियों के साथ ऐसा हो चुका है कि एक या दो महीने के खराब फॉर्म के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। धवन ने कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा की भी तारीफ की और कहा कि उनका सपोर्ट उन्हें मिला था।
शिखर धवन एक समय लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में भारत के नियमित सलामी बल्लेबाज थे। वनडे और टी20 दोनों में रोहित शर्मा के साथ वही ओपन किया करते थे। इसके अलावा आईसीसी टूर्नामेंट्स में उनका रिकॉर्ड्स भी काफी जबरदस्त रहा है। हालांकि निरंतरता की कमी की वजह से वो टीम से बाहर हो गए और उनकी जगह शुभमन गिल और इशान किशन जैसे युवा बल्लेबाजों ने ले ली।
शुभमन गिल ने खुद को मिले मौके का फायदा उठाया - शिखर धवन
शिखर धवन के मुताबिक क्रिकेट में खिलाड़ियों के साथ ऐसी चीजें होती रहती हैं। आज तक पर इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा,
क्रिकेट में ये कोई नई बात नहीं है, या सिर्फ मेरे ही साथ ऐसा नहीं हुआ है। कई सारे और भी खिलाड़ी हैं जिनके साथ ऐसा हो चुका है। कई बार आप पूरे साल खेलते हैं और उसके बाद एक या दो महीने के लिए आपका फॉर्म खराब हो जाता है। यही चीज आपके पूरे साल के परफॉर्मेंस पर भारी पड़ जाती है। जब कोच, कप्तान और सेलेक्टर मिलकर कोई फैसला लेते हैं तो फिर उसके पीछे एक सोच होती है।
जब रोहित शर्मा कप्तान बने थे तो राहुल द्रविड़ के साथ मिलकर उन्होंने मुझे काफी सपोर्ट किया था। उन्होंने मुझसे अपने क्रिकेट पर फोकस करने के लिए कहा। पिछला साल मेरे लिए काफी अच्छा रहा। मैं वनडे में लगातार रन बना रहा था लेकिन शुभमन गिल दो फॉर्मेट में अच्छा कर रहे थे और जब मेरा फॉर्म खराब हुआ तो फिर उन्हें मौका मिल गया और वो टीम की उम्मीदों पर खरा भी उतरे। हम इस तरह की परिस्थितियों के आदी हो गए हैं।