हाल ही में एक वीडियो वारयल हुआ था, जिसमें दिखा कि कबड्डी खिलाड़ियों (Kabaddi) को मिलने वाला खाना टॉयलेट में रखा हुआ था। भारतीय क्रिकेट टीम (India Cricket team) के ओपनर शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने उत्तर प्रदेश सरकार से इस पर एक्शन लेने की गुजारिश की है। धवन ने कहा कि यह देखना दुखद था कि राज्य स्तर टूर्नामेंट में कबड्डी खिलाड़ियों का खाना टॉयलेट में रखा था।
शिखर धवन ने ट्वीट करके निराशा जाहिर की। उन्होंने ट्वीट किया, 'राज्य स्तरीय टूर्नामेंट में कबड्डी खिलाड़ियों को टॉयलेट में खाना खाते हुए देखना बहुत निराशाजनक है। योगी आदित्यनाथ और यूपी सरकार खेल से गुजारिश है कि इस मामले पर ध्यान दें और जरूरी एक्शन लें।'
अंडर-16 इवेंट में हिस्सा रहे कबड्डी खिलाड़ियों को खाना परोसा गया टॉयलेट में रखा गया था। इसके बाद अधिकारियों ने जिला खेल अधिकारी को लापरवाही बरतने और कैटरर को ब्लैक लिस्ट में डालने के लिए निलंबित कर दिया। इस घटना ने हंगामा खड़ा कर दिया क्योंकि राजनेताओं ने खिलाड़ियों के लिए घटिया व्यवहार की कड़ी निंदा की है।
दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त प्रशासक एसपी गर्ग, जो 2018 से एकेएफआई चला रहे हैं, ने पीटीआई को बताया, 'एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया (एकेएफआई) की टूर्नामेंट के आयोजन में कोई भूमिका नहीं है। यह पूरी तरह उत्तर-प्रदेश सरकार संबंधित इवेंट था। आयोजकों ने खुद अपनी सुविधाएं रखी थीं।'
यह पूछने पर कि कैसे राज्य स्तरीय टूर्नामेंट बिना राष्ट्रीय संघ की अनुमति के हुआ तो उन्होंने कहा, 'हम किसी भी तरह टूर्नामेंट के आयोजन में शामिल नहीं हैं। हमारा कोई लेना-देना नहीं है। हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है।'
यूपी राज्य कबड्डी संघ सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा कि टूर्नामेंट को एकेएफआई या किसी राज्य इकाई से मंजूरी नहीं मिली थी। उन्होंने कह कि यह इवेंट तो वार्षिक कैलेंडर में भी नहीं था।
सिंह ने कहा, 'यह टूर्नामेंट राज्य सरकार के खेल विभाग ने आयोजित कराया था। हमारी भूमिका तकनीकी समर्थन मुहैया कराने की थी। हमने इवेंट आयोजित कराने के लिए कुछ अधिकारियों और चयन समिति को भेजा। इससे ज्यादा कुछ नहीं।'
सिंह ने कहा कि सरकार सख्त एक्शन लेगी और जांच समिति टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली अंडर-16 मंडलों के प्रत्येक खिलाड़ी से प्रतिक्रिया लेगी। बता दें कि राज्य-स्तरीय सब-जूनियर लड़कियों का कबड्डी टूर्नामेंट 16 से 18 सितंबर तक आयोजित हुआ था, जिसमें 300 से ज्यादा खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।