Shubman Gill admits Red Ball Batting Concern: भारत के स्टार बल्लेबाज शुभमन गिल ने रणजी ट्रॉफी में खेलते हुए कर्नाटक के खिलाफ शानदार शतक लगाया। पंजाब को इस मैच में पारी के अंतर से हार भले ही मिली, लेकिन गिल के बल्ले से निकला यह शतक भारतीय टीम के लिए अच्छा संकेत है। अगले महीने होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए गिल को भारत का उपकप्तान बनाया गया है और अब उन्होंने यह शतक लगाकर फॉर्म में वापसी के संकेत दिए हैं। शतक लगाने के बाद गिल ने अपनी कमजोरी के बारे में बात की और बताया कि इंटरनेशनल क्रिकेट में लगातार शुरुआत मिलने के बाद भी वह बड़ी पारी क्यों नहीं खेल पा रहे थे।
कर्नाटक के खिलाफ मैच समाप्त होने के बाद बेंगलुरु में पत्रकारों से बातचीत करते हुए गिल ने इस बात को स्वीकार किया कि लाल गेंद की क्रिकेट में उनकी बल्लेबाजी चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि मैं लाल गेंद वाली क्रिकेट के जिन मैचों में खेलता हूं उसमें मैं शुरुआत में 25 से 30 रन काफी अच्छे से बनाता हूं। कई बार ऐसा होता है कि उस समय में मैं अपने ऊपर अधिक दबाव ले लेता हूं और फिर उस शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाता हूं।"
अहम मौकों पर खो रहा हूं ध्यान और एकाग्रता- शुभमन गिल
कर्नाटक के खिलाफ शतकीय पारी के दौरान गिल ने काफी संभलकर बल्लेबाजी की थी। पहली पारी में 400 से अधिक रनों से पिछ़डने के बाद पंजाब दूसरी पारी में भी लड़खड़ा गई थी। लगातार गिर रहे विकेटों के बीच गिल ने 119 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया था। गिल का कहना है कि वह शुरुआत से इस तरह खेलते नहीं आए हैं।
उन्होंने कहा, "एक निश्चित जोन है जिसमें मैं रहता हूं और मेरे खेलने का अंदाज भी एक निश्चित तरह का होता है। कुछ मौकों पर ऐसा लगता है कि मैं ये खो देता हूं क्योंकि मैं खुद पर दबाव डाल लेता हूं। सेट होने के बाद बड़ा स्कोर बनाने का दबाव मैं खुद पर डाल देता हूं। मुझे लगता है कि उन अहम मौकों पर कुछ बार मैं अपना फोकस और ध्यान खो देता हूं।"