5 young Indian Cricketers who gives credit for their success to their father: एक समय ऐसा भी था माता-पिता अपने बच्चों को क्रिकेट में अपना करियर बनाने से रोकते थे। तब वे मानते थे कि क्रिकेट में खिलाड़ी को काफी चोटें लगती हैं और कम उम्र में करियर खत्म होने के बाद आगे और कुछ करने के मौके भी उपलब्ध नहीं होते।
हालांकि, अब समय बदल गया है। कई भारतीय क्रिकेटरों ने कमाई के मामले में बॉलीवुड स्टार्स से लेकर बिजनेसमैन्स को भी पीछे छोड़ दिया है। यही वजह है कि अब माता-पिता अपने बच्चों को क्रिकेट में करियर बनाने के लिए रोकते नहीं हैं, बल्कि उनका सपोर्ट करते हैं। इस आर्टिकल में उन पांच युवा भारतीय खिलाड़ियों का जिक्र करेंगे, जो अपनी सफलता का क्रेडिट अपने पिता को देते हैं।
1. हर्षित राणा
युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा को इस महीने पहली बार राष्ट्रीय टीम से बुलावा मिला था। जिम्बाब्वे दौरे पर उन्हें नितीश रेड्डी के रिप्लेसमेंट के तौर पर स्क्वाड में जगह मिली थी। हालांकि, उन्हें अपना डेब्यू मैच खेलने को नहीं मिला था।
इसके बावजूद हर्षित को श्रीलंका के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज के लिए भारत के स्क्वाड में जगह दी गई है। टीम की घोषणा होने के बाद ही हर्षित ने सोशल मीडिया पर खास पोस्ट करते हुए इसका क्रेडिट अपने पिता को दिया था।
2. शुभमन गिल
शुभमन गिल के पिता लखविंदर सिंह पंजाब के छोटे से जिले फाजिल्का में किसानी किया करते थे। गिल मौजूदा समय में आईपीएल में गुजरात टाइटंस के कप्तान हैं और भारत की वनडे और टी20 के उपकप्तान हैं।
हालांकि, गिल के क्रिकेटर बनने का सफर आसान नहीं रहा। उनके पिता ने शुभमन को बेहतर कोचिंग दिलाने के लिए अपना गाँव छोड़कर चंडीगढ़ बसने का फैसला लिया था। लखविंदर सिंह ने अपने बेटे को क्रिकेटर बनाने के लिए कई त्याग किए हैं।
3. नितीश कुमार रेड्डी
नितीश कुमार रेड्डी को जिम्बाब्वे दौरे के लिए भारत के स्क्वाड में जगह मिली थी, लेकिन इंजरी के चलते वह सीरीज में हिस्सा नहीं ले पाए थे। आईपीएल 2024 में दमदार प्रदर्शन करने के बाद रेड्डी को राष्ट्रीय टीम से कॉल मिला था।
नितीश विशाखपटनम के एक मध्यम वर्गी परिवार से आते हैं। नितीश जब 8 साल के थे और अपना ट्रैनिंग कैंप शुरू करने वाले थे, तो उनके पिता मुत्याला का राजस्थान में ट्रांसफर हो गया था। अपने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए मुत्याला ने अपनी नौकरी छोड़ दी थी। नितीश भी अपने पिता के भरोसे पर एक दम खरे उतरे।
4. सरफराज खान
सरफराज खान ने आईपीएल 2015 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए शानदार पारियां खेलते हुए सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। हालांकि, इसके बावजूद उन्हें राष्ट्रीय टीम में शामिल नहीं किया। फिर उन्होंने घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बनाए, जिसकी बदौलत इस साल सरफराज को अपना टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला।
डेब्यू के बाद सरफराज ने बताया था कि उनके पिता नौशाद खान ने तब से उन्हें क्रिकेट बनाने का सपना देख रहे थे, तब वह सिर्फ 6 साल के थे। अपने बेटे को डेब्यू कैप मिलते देख नौशाद खान काफी भावुक भी हो गए थे।
5. अभिषेक शर्मा
अभिषेक शर्मा आज अगर क्रिकेटर बन पाए हैं तो उसमें उनके पिता राजकुमार का अहम रोल रहा है। वह हर मुश्किल समय में अपने बेटे के साथ खड़े नजर आए। टी20 इंटरनेशनल के डेब्यू मैच में जब अभिषेक डक पर आउट थे, तो उनके पिता कहा था कि छक्का मारने की काबिलियत की वजह से अभिषेक वहां पहुंचा है। युवा खिलाड़ी ने इसके बाद अगले ही मैच में शतकीय पारी खेली थी। इसके अलावा अभिषेक ने गेंदबाजी करना भी अपने पिता के आग्रह पर शुरू किया था।