जिंबाब्वे (Zimbabwe Cricket Team) को रविवार को श्रीलंका (Sri Lanka Cricket Team) के हाथों रोमांचक पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में तीन विकेट की शिकस्त सहनी पड़ी। कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में जिंबाब्वे ने पहले बल्लेबाजी की और निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 143 रन बनाए। जवाब में श्रीलंका ने आखिरी गेंद पर सात विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया।
सीरीज में 0-1 से पिछड़ने के बाद जिंबाब्वे के कप्तान सिकंदर रजा ने कहा, 'पिछले कुछ समय में यह जिंबाब्वे क्रिकेट की कहानी रही है। मगर अच्छी बात यह है कि हर कोई समझता है कि हमारे भाग्य बदलने की जिम्मेदारी प्रत्येक खिलाड़ी पर है। हमने जिस तरह मैच में लड़ाई की, उस पर मुझे गर्व है। मगर दुर्भाग्यवश यह उन मैचों में से एक रहा, जो आखिरी गेंद तक गया और हम विजेता नहीं बने।'
सिकंदर ने आगे कहा, 'मेरे ख्याल से कभी पिछले अनुभव आकर हमको डराते हैं, लेकिन मुझे विश्वास है कि यह ग्रुप जिंबाब्वे क्रिकेट का भाग्य बदलेगा। शुरुआत में मुझे भरोसा नहीं था कि विकेट किस तरह बदल रहा है। मगर 10 ओवर तक मैं कह रहा था कि 145 रन का स्कोर इस पिच पर पर्याप्त होगा।'
सिकंदर रजा ने विरोधी टीम की तारीफ करते हुए कहा, 'श्रीलंका को श्रेय देना होगा कि आखिर 3 ओवर में 37 रन का स्कोर हासिल किया। उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की और हमें दबाव में डालकर मुकाबला जीत लिया। मगर मेरे ख्याल से पिच के लिहाज से हमारा स्कोर अच्छा था।'
यह पूछने पर कि क्या वह अपने क्रिकेट का आनंद उठा रहे हैं, इस पर 37 साल के सिकंदर रजा ने कहा, 'अगर हम मैच जीतते तो मैं बहुत आनंद उठाता। मेरा निजी आनंद तब होता है, जब हम जीतते हैं। मेरा निजी आनंद तब है, जब जिंबाब्वे क्रिकेट को बदलें। यह वादा हमने अपने देश और अपने फैंस से किया है। जब तक हम इसको बदल नहीं देते, तब तक कोई आनंद नहीं उठा है।'
जिंबाब्वे की कोशिश मंगलवार को दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में जोरदार वापसी करके सीरीज 1-1 से बराबर करने पर होगी। कप्तान सिकंदर रजा पर टीम एक बार फिर बेहतरीन प्रदर्शन के लिए निर्भर रहेगी।