इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का वर्तमान सीजन काफी सफल रहा है, लेकिन हर सीजन की तरह सीजन भी कुछ विवाद देखने को मिले हैं। इस सीजन मैदानी अंपायर्स के फैसले पर कई बार टीमों ने नाराजगी जाहिर की है। खास तौर से वाइड को लेकर कई बल्लेबाज और गेंदबाज हैरानी दिखा चुके हैं। राजस्थान रॉयल्स (RR) के स्टार लेग-स्पिनर और इस सीजन सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) ने करीबी वाइड गेंद के फैसले के लिए रीव्यू की मांग की थी।
आईसीसी एलीट पैनल के अंपायर साइमन टफेल ने चहल की इस मांग को निराधार बताया है। टफल ने कहा,
यदि इतने सारे रीव्यू होंगे तो फिर इसमें कितना अधिक समय लगेगा? मुझे कायदे से याद है कि पिछले ही साल दिवंगत शेन वॉर्न जैसे कुछ कमेंटेटर सवाल खड़े कर रहे थे कि कैसे एक वनडे मुकाबला अपने तय समय से आधे घंटे देरी पर समाप्त हुआ। यदि आप हर गेंद पर करीबी निगाह रखेंगे तो फिर मुकाबला अपने आप लंबा हो जाएगा। हर फायदे में एक नुकसान होता है।
चहल ने क्या कहा था?
लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मुकाबले में मार्कस स्टोइनिस के खिलाफ चहल की गेंद को अंपायर ने वाइड करार दिया था। इसके बाद चहल ने जो अगली गेंद फेंकी थी उस पर स्टोइनिस ने छक्का लगा दिया था। इस बारे में बात करते हुए चहल ने कहा था,
अंपायर भी इंसान होते हैं। वे गलती कर सकते हैं, लेकिन कई बार टीमें एक ही रन से मैच जीतती हैं। लखनऊ के खिलाफ मेरे साथ ऐसा ही हुआ था जब अंपायर ने मेरी गेंद को वाइड दिया था, लेकिन रीप्ले में मुझे साफ दिखा था कि गेंद वाइड नहीं थी। अंपायर के फैसले के कारण मुझे एक अतिरिक्त गेंद फेंकनी पड़ी थी जिस पर मुझे छक्का लगा था। टी20 का खेल पहले से ही बल्लेबाजों के फेवर में रहता है और यदि गेंदबाजों को थोड़ी सी मदद मिले तो अच्छा होगा।