भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने स्वीकार किया कि इंग्लैंड में रेड-बॉल क्रिकेट में बल्लेबाजी भारतीय टीम (Indian Team) के लिए एक चिंता का विषय रहा है और जब वे मैदान में उतरेंगे तो उन्हें वास्तव में कड़ी मेहनत करनी होगी। आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल और उसके बाद मेजबान टीम के खिलाफ पांच टेस्ट भारत को इंग्लैंड में खेलने हैं।
आज तक के एक कार्यक्रम में बात करते हुए सौरव गांगुली ने कहा कि इंग्लैंड में टीम इंडिया के लिए बल्लेबाजी एक चिंता का विषय रहा है। हमने ट्रेंट ब्रिज में 450 से अधिक रन बनाए, इसलिए जब आप बड़े रन बनाते हैं तो विपक्ष दबाव में आता है। यहां तक कि गेंदबाजों को भी बड़ा टोटल मिलता है, जब टीम बड़ा स्कोर करती है तो वे बचाव कर सकते हैं। भारत को अपने पिछले दौरों को भूल जाना चाहिए।
सौरव गांगुली का पूरा बयान
दादा ने कहा कि जब आप विदेश दौरे पर जाते हैं तो ओपनिंग एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू बन जाता है। जब हमने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और पाकिस्तान का दौरा किया, तो हमने अच्छा खेला क्योंकि हमारे पास वीरेंदर सहवाग और आकाश चोपड़ा जैसे सलामी बल्लेबाज थे, जो नई गेंद को खेलते थे और उसे पुराना बनाते थे। जब आपके मध्यक्रम के बल्लेबाज 2 विकेट पर 30 रन पर बल्लेबाजी करने आते हैं तो एक टीम के लिए प्रतिस्पर्धा करना वाकई मुश्किल हो जाता है।
सौरव गांगुली ने कहा कि यह दौरा सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शुभमन गिल के लिए काफी अहम होगा। सिर्फ डब्ल्यूटीसी फाइनल ही नहीं बल्कि इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट भी। उन्हें नई गेंद खेलनी होगी और अपने विकेटों को कीमती समझना होगा। अगर वे ऐसा करने में सक्षम होते हैं तो वे चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और मौजूदा फॉर्म में भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज ऋषभ पंत जैसे आने वाले बल्लेबाजों के लिए खेल सेट कर पाएंगे। गांगुली ने कहा कि रोहित और गिल की अहम भूमिका रहेगी और उन्हें गेंद को पुराना करना होगा।