इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए कि सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने इस साल आईपीएल आयोजित कराने के लिए पूरा प्रयास किया और खुद चीजों का जायजा लेते हुए दिखे। पूरे आईपीएल के दौरान सौरव गांगुली यूएई में रहे हैं। टूर्नामेंट अब आखिरी पड़ाव पर है और काफी बेहतरीन तरीके से सफल रहा है। इस पर सौरव गांगुली ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि एक समय पर हमें ऐसा लग रहा था कि कोरोना वायरस के कारण टूर्नामेंट सफल हो पाएगा या नहीं।
इंडिया टुडे ई-इंस्पिरेशन में सौरव गांगुली ने कहा कि दुनिया को खेल चाहिए था और सामान्य जीवन भी चाहिए था। बीसीसीआई की पूरी टीम, न केवल अधिकारी बल्कि कर्मचारियों सहित सभी लोग ढ़ाई महीने दुबई में रहे हैं और शानदार चीजें वहां से निकली। फाइनल अभी तक समाप्त नहीं हुआ है लेकिन मुझे लगता है कि रेवेन्यू के हिसाब से बीसीसीआई के लिए यह जरूरी था। उस हिसाब से हमने शानदार काम किया है।
सौरव गांगुली का पूरा बयान
सौरव गांगुली ने कहा कि पहले कभी बायो बबल नहीं बनाया गया था इसलिए हम नहीं जानते थे कि टूर्नामेंट पूरा कर पाएंगे या नहीं। हमने इंग्लैंड द्वारा इंग्लैंड में आयोजित सीरीज से कई चीजें समझी। यह अलग था क्योंकि वहां द्विपक्षीय सीरीज थी और यहाँ दुबई में 300 लोग थे। यूएई में काफी कम केस थे लेकिन एक ग्रुप या टीम से एक खिलाड़ी संक्रमित हो सकता है और यह चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ हुआ। मैंने जय से कुछ मौकों पर कहा भी था वे भी चिंतित थे। हम अच्छी तरह हुआ लेकिन कुछ गलत होता, तब क्या होता? अब तक टूर्नामेंट काफी अच्छा गया है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के ज्यादा केस भारत में होने के कारण बीसीसीआई ने आईपीएल को यूएई शिफ्ट कर दिया और उनका यह कदम सही साबित हुआ। खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल दिखाया और दर्शकों का मनोरंजन होने के अलावा बीसीसीआई को रेवेन्यू भी मिला।