बीसीसीआई के अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले एक नाटकीय मोड़ आया है। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली भी अब इस दौड़ में शामिल हो गए हैं। खबरों के अनुसार गांगुली को निर्विरोध चुना जा सकता है। हालांकि पूर्व भारतीय क्रिकेटर बृजेश पटेल भी इस रेस में हैं लेकिन गांगुली उनसे काफी आगे माने जा रहे हैं। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख सोमवार को है। अध्यक्ष पद के अलावा नए सचिव के रूप में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह को देखा जा सकता है। ट्रेजरर पद के लिए अरुण धूमल का नाम चल रहा है जो केन्द्रीय मंत्री और पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के भाई हैं।
इससे पहले सौरव गांगुली का कहीं नाम नहीं था और बृजेश पटेल को ही अध्यक्ष पद का मुख्य दावेदार माना जा रहा था। खबरों के मुताबिक पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन बृजेश पटेल के लिए लॉबिंग कर रहे थे लेकिन गांगुली के मैदान पर उतरते ही अब उनकी राह मुश्किल है क्योंकि बोर्ड के सदस्य दादा के पक्ष में नजर आ रहे हैं।
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नामांकन के बाद चुनाव होंगे, अगर सभी उम्मीदवारों के सामने कोई खड़ा नहीं होगा तो उन्हें निर्विरोध ही चुन लिया जाएगा। सौरवगांगुली अध्यक्ष बनते हैं, तो अगले साल सितम्बर तक उन्हें यह पद संभालना होगा। फिलहाल वे बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं और वहां भी उन्हें निर्विरोध चुन लिया गया था। बंगाल क्रिकेट संघ के साथ उनका यह लगातार दूसरा कार्यकाल है।
गांगुली के क्रिकेटिंग ज्ञान और अनुभव को देखते हुए उनका बीसीसीआई अध्यक्ष बनना भारतीय क्रिकेट के लिए एक अच्छी बात कही जा सकती है।
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