सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका और भारत (South Africa vs India) के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले में मेजबान दक्षिण अफ्रीका ने बड़ी जीत दर्ज की और भारतीय टीम को एक पारी और 32 रनों से मात देते हुए सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई। प्रोटियाज की जीत में बल्लेबाजों के अलावा गेंदबाजों की अहम भूमिका रही, जिन्होंने भारतीय टीम को दोनों ही पारियों में बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया। दक्षिण अफ्रीका ने चार तेज गेंदबाजों को खिलाया, जिसमें दो बाएं हाथ के थे। मार्को यानसेन और डेब्यू मुकाबला खेलने वाले नांद्रे बर्गर की जोड़ी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और दक्षिण अफ्रीका के लिए 100 साल बाद एक बड़ी उपलब्धि को दोहराया।
यानसेन और बर्गर की जोड़ी ने मुकाबले में कुल 11 विकेट हासिल किये, जो दक्षिण अफ्रीका के लिए एक टेस्ट मुकाबले में संयुक्त रूप से सर्वाधिक हैं। इससे पहले ऐसा जनवरी 1923 में इंग्लैंड के खिलाफ केपटाउन में खेले गए मुकाबले में देखने को मिला था, जब बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों ने 11 विकेट लिए थे।
भारत के खिलाफ पहली पारी में मार्को यानसेन को 1 और नांद्रे बर्गर को 3 विकेट मिले थे। वहीं, दूसरी पारी में यानसेन को 3 और बर्गर को 4 विकेट मिले। इस तरह दोनों पारियों को मिलाकर, इन दोनों ने दक्षिण अफ्रीका के लिए बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों द्वारा एक टेस्ट मुकाबले में संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने की 100 साल पुरानी उपलब्धि को दोहराया।
दक्षिण अफ्रीका ने की जबरदस्त जीत के साथ शुरुआत
मुकाबले की बात की जाए, तो भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए केएल राहुल (101) की शतकीय पारी की मदद से पहली पारी में 245 रन बनाये, जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने डीन एल्गर (185) और मार्को यानसेन (84*) की पारियों की मदद से 408 रनों का बड़ा स्कोर बनाया और 163 रनों की बढ़त हासिल की। दक्षिण अफ्रीका से पिछड़ने के बाद भारतीय टीम अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 131 रनों पर सिमट गई और उसका सीरीज जीतने का सपना एक बार फिर अधूरा रह गया।