बीसीसीआई की अपील के बाद श्रीसंत का आजीवन प्रतिबंध बहाल किया जाएगा

क्रिकेट के मैदान पर वापसी के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को तगड़ा झटका लगा है। बीसीसीआई की अपील बरकरार रखते हुए कोर्ट उनके प्रतिबन्ध को बहाल करेगा। श्रीसंत पर लगा आजीवन प्रतिबन्ध फिर से लागू होने के बाद उनका खेलना संभव नहीं हो पाएगा। गौरतलब है कि केरल में जन्मे इस खिलाड़ी को 2013 में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते हुए बीसीसीआई की अनुशासन समिति ने मैच फिक्स के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद निलंबित कर दिया था। उनके साथ उस समय अंकित चव्हाण और अजीत चंदेला भी थे। उनके लिए बी यही निर्णय सुनाया गया था। इसके बाद दिल्ली की एक अदालत ने श्रीसंत को दोषमुक्त कर दिया था। बीसीसीआई द्वारा बैन नहीं हटाने के लिए श्रीसंत ने केरल हाईकोर्ट में चुनौती दी थी और कोर्ट ने उन पर लगा प्रतिबन्ध हटा दिया था। बोर्ड की अपील पर कोर्ट ने इस पर फिर संज्ञान लिया है। केरल क्रिकेट संघ के सचिव ने कहा कि कोर्ट के फैसले का सम्मान करना पड़ेगा। कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश नवनीति प्रसाद ने कहा कि बोर्ड के आजीवन प्रतिबन्ध पर वे रिव्यू नहीं कर सकते। इस पर श्रीसंत खुद ट्विटर पर आए और उन्होंने तीन ट्वीट किये। उन्होंने कहा कि मेरे पास परिवार और कई प्रिय गण हैं और मैं इसके खिलाफ लड़ाई जारी रखूँगा।

अपने अगले ट्वीट में श्रीसंत ने कहा कि यह अब तक का सबसे ख़राब फैसला है। मेरे लिए विशेष नियम बनाया गया है, तो फिर अन्य दोषियों का क्या? राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई का क्या किया गया?

अपने तीसरे ट्वीट में श्रीसंत ने कहा कि लोढ़ा समिति की रिपोर्ट में जिन तेरह लोगों का जिक्र है उनके खिलाफ क्या किया गया? इसके बारे में कोई नहीं जानता चाहता और मैं लड़ता रहूँगा, भगवान महान है।