Naman Ojha Father Jailed for Seven Years: भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा के लिए एक बेहद बुरी खबर सामने आई है। दरअसल, उनके पिता विनय ओझा बैंक गमन मामले में दोषी पाए गए हैं, जिसकी वजह से उनको 7 साल की सजा सुनाई गई है। विनय ओझा को दोषी करार करने में कोर्ट को 11 साल का लम्बा समय लगा।
बता दें कि बैंक गमन से जुड़ा ये मामला 2013 का है। बैतूल के मुलताई थाना क्षेत्र के जौलखेड़ा गांव में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की शाखा में 2013 में 1.25 करोड़ की हेरा फेरी हुई थी। इस मामले में स्थानीय पुलिस द्वारा 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में मुलताई अपर सत्र न्यायलय ने 24 दिसंबर को अपना फैसला सुनाया और इस केस में शामिल सभी आरोपियों को सजा सुनाई।
नमन ओझा के पिता को हुई सजा
इस केस के मास्टरमाइंड अभिषेक रत्नम को 10 साल की कैद की साथ 80 लाख जुर्माना लगाया है। नमन ओझा के पिता उस समय बैंक सहायक प्रबंधक के पद पर कार्यरत थे। उनको 7 साल की साझा सुनाई गई है। इसके साथ 14 लाख का जुर्माना भी लगाया है। इसके अलावा भी इस मामले में जो लोग दोषी पाए गए हैं। उनको साझा के साथ जुर्माना लगाया गया है।
गौरतलब हो कि इन लोगों ने बैंक में इस गमन को करने के लिए अधिकारीयों के पासवर्ड का इस्तेमाल किया था। इस मामले में जांच के दौरान बैंक के कैशियर का निधन भी हो गया। बैंक के मैनेजर निलेश छात्रोले पर भी गमन में शामिल होने का आरोप था, लेकिन वह निर्दोष साबित हुए हैं। कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया है।
वकील विशाल कोड़ले के मुताबिक नमन के पिता रत्नम के साथ मिलकर लोगों के जाली खाते खोलते हुए इस गमन के अपराध को अंजाम दिया। इस खबर के सामने आने के बाद सभी को काफी हैरानी भी हो रही है।
नमन ओझा के क्रिकेट करियर पर एक नजर
विकेटकीपर बल्लेबाज नमन ओझा का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर बेहद छोटा रहा। उन्हें एक टेस्ट, एक वनडे और दो टी20 मैच खेलने को मिले। इस दौरान उन्होंने कुल 69 रन बनाए। हालांकि, उनका आईपीएल करियर काफी लम्बा रहा। उन्होंने मेगा लीग के 10 सीजन खेले और इस दौरान राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद का प्रतिनिधित्व किया।