आईसीसी (ICC) ने कुछ समय पहले ही टी20 प्रारूप में स्लो ओवर रेट के लिए एक नया नियम बनाया था और इस नियम के तहत पुरुष क्रिकेट में सजा पाने वाली पहली टीम श्रीलंका बन गयी है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी20 में श्रीलंकाई टीम को यह सजा दी गयी। ऑस्ट्रेलिया की पारी के आखिरी ओवर में स्लो ओवर रेट के कारण 30 यार्ड सर्किल के बाहर पांच की बजाय केवल चार फील्डर्स ही रखने की अनुमति दी गयी।
आपको बता दें कि नए नियम के मुताबिक टी20 मैचों में आखिरी ओवर पारी की शुरुआत से 85वें मिनट में शुरू होना तय है लेकिन श्रीलंका की टीम सिडनी में खेले गए दूसरे टी20 में ऐसा करने में असफल रही और उन्हें सजा भुगतनी पड़ी। इस ओवर के लिए दासुन शनाका को एक चार फील्डर ही बाहर रखने की अनुमति मिली। आखिरी ओवर डेब्यू कर रहे नुवान थुसारा ने डाला और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज मैथ्यू वेड ने लेग साइड पर एक छक्का और एक चौका जड़ा और इस ओवर में कुल 16 रन आए।
ऑस्ट्रेलियाई अंतरिम कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने इस नियम को लेकर दी प्रतिक्रिया
मैच से पहले शाम को, ऑस्ट्रेलिया के अंतरिम कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने नियम बदलने के लिए समर्थन व्यक्त किया था। उन्होंने कहा,
टी20 क्रिकेट की आलोचना की जाती है कि कभी-कभी गेम्स को खींचा जाता है, इसलिए यदि पेनल्टी है, तो आप एक गेंदबाज को बताएं कि वह चार फील्डर्स के साथ गेंदबाजी करना चाहता है या पांच, यह एक बहुत स्पष्ट विकल्प है।
चार फील्डर के बाहर रहने पर गेंदबाजी करना बहुत मुश्किल है। मुझे लगता है कि आप देखेंगे कि नियम संभावित रूप से गेम को स्थानांतरित कर रहा है और मुझे इसे देखना अच्छा लगता है। मेरे लिए इन-गेम पेनल्टी, टीमों को खेल को धीमा करने से रोकने का एकमात्र तरीका है।
उल्लेखनीय है कि यह नियम महिला क्रिकेट में पहले ही प्रभाव में आ चुका है। हाल ही में एशेज के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 में ऑस्ट्रेलिया को इस नियम के तहत सजा मिली थी। इस मैच के दौरान ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मेगन स्कट को इंग्लैंड की पारी का आखिरी ओवर चार फील्डर्स बाहर रखकर ही डालना पड़ा था।