श्रीलंका (Sri Lanka) के खिलाफ भारत (India) बेंगलुरू में एक डे-नाईट टेस्ट खेलने के लिए तैयार है और अब औरे पर टी20 लेग भी खेला जाएगा जो पहले निर्धारित किया गया था। तारीखों में अभी भी बदलाव किया जा रहा है, लेकिन ऐसा नज़र आ रहा है कि बीसीसीआई श्रीलंका क्रिकेट के अनुरोध पर पहले छोटे प्रारूप में खेलने के लिए सहमत है, ताकि श्रीलंका को ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद टी20 सीरीज में बबल टू बबल स्थानांतरण मिल सके।
इस बदलाव का एक अर्थ यह भी है कि विराट कोहली अपना 100वां टेस्ट मैच बेंगलुरु में नहीं खेलेंगे जिसकी संभावना थी। दक्षिण अफ्रीका में केपटाउन टेस्ट मैच उनका 99वां टेस्ट मुकाबला था। पहला टेस्ट मैच अब बेंगलुरु की जगह मोहाली में खेला जाएगा। चिन्नास्वामी स्टेडियम अब पिंक बॉल टेस्ट मैच का आयोजन करने के लिए तैयार है। टेस्ट मुकाबले से पहले धर्मशाला में टी20 मुकाबले खेले जा सकते हैं।
उत्तर भारत में अभी भी सर्दियां चल रही हैं, ऐसे में बोर्ड मोहाली में कोहरे और भारी ओस के कारण डे-नाईट टेस्ट मैच कराने से हिचक रहा है। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के एक अधिकारी के अनुसार बदलाव का एक अन्य कारण बेंगलुरु-कोलंबो से सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करता है, जो श्रीलंका को बिना रुके घर जाने की अनुमति प्रदान करेगा।
पिंक बॉल टेस्ट की मेजबानी के लिए लंबे समय तक अनिच्छुक बीसीसीआई पहली बार इस विचार के साथ आई, जब उन्होंने नवंबर 2019 में ईडन गार्डन्स में बांग्लादेश की मेजबानी की। पिछले साल फरवरी में उन्होंने अपने दूसरे गुलाबी गेंद के टेस्ट के लिए अहमदाबाद में इंग्लैंड की मेजबानी की। भारत ने तीन दिन के अंदर दोनों टेस्ट मैचों में जीत हासिल की।
भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलेगी लेकिन इस प्रारूप के लिए अभी तक भारतीय टीम के कप्तान का ऐलान नहीं किया गया है। देखना होगा कि बीसीसीआई इस मामले में क्या निर्णय लेती है।