श्रीलंका में वर्तमान समय में जबरदस्त राजनीतिक तनाव है और देश काफी समस्याओं से गुजर रहा है। हालांकि, इसके बावजूद श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को लगता है कि वे एशिया कप का आयोजन आराम से कर ले जाएंगे। बोर्ड के सेक्रेटरी मोहन डी सिल्वा (Mohan De Silva) का मानना है कि एशिया कप के आयोजन के लिए उन्हें कोई परेशानी नहीं है। टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर डी सिल्वा ने कहा,
जहां तक हमारे चिंतित होने की बात है तो हम इस बात को लेकर भी कॉन्फिडेंट है कि एशिया कप का आयोजन श्रीलंका में कराया जा सकता है। हमने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के साथ गाले में दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली थी और अब पाकिस्तान की टीम भी श्रीलंका के दौरे पर है।
श्रीलंका में फिलहाल स्थिति ऐसी है कि लोगों ने राष्ट्रपति भवन पर ही कब्जा कर लिया है। लोग कार्यवाहक राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं जो देश छोड़कर भाग चुके हैं।
अगस्त में होना है एशिया कप
एशिया कप का आयोजन अगस्त के अंत में होना है। 2018 के बाद से एशिया कप का आयोजन नहीं हो पाया है। श्रीलंका में 2020 में ही एशिया कप आयोजित होना था, लेकिन कोरोना वायरस के कारण ऐसा नहीं हो पाया था। टूर्नामेंट को 2021 तक के लिए स्थगित किया गया था, लेकिन फिर 2021 में भी इसका आयोजन नहीं हो पाया।
इस बार फिर से श्रीलंका को आयोजन का अधिकार मिला है, लेकिन इस बार देश के हालात स्थिर नहीं हैं। श्रीलंका में सरकार के खिलाफ विरोध लंबे समय से चल रहा है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में यह काफी तेज हुआ है। आम जनता के लिए समस्याएं काफी अधिक हैं क्योंकि खाने के लिए राशन से लेकर अन्य जरूरी सामानों की भारी किल्लत है। देश काफी ज्यादा कर्ज में डूब गया है और सरकार के पास इसका कोई उपाय नहीं है।