इंग्लैंड (England Cricket Team) के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज स्टीव हार्मिसन (Steve Harmison) ने टीम के कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों पर निशाना साधते हुए बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले तक इंग्लैंड में कई खिलाड़ी ऐसे थे जो अपने-अपने स्वार्थ के लिए खेल रहे थे और उन्हें टीम के परफॉर्मेंस से कोई मतलब नहीं था। स्टीव हार्मिसन ने नासिर हुसैन, माइकल एथर्टन और ग्राहम थोरपे जैसे प्लेयर्स को आड़े हाथों लिया और कहा कि इन्होंने इंग्लैंड को एक टीम नहीं बनाया।
नासिर हुसैन और माइकल एथर्टन इंग्लैंड के लिए कप्तानी करने वाले महान प्लेयर्स में से हैं। इन दोनों ने मिलकर 211 टेस्ट मैचों में इंग्लैंड की कप्तानी की। वहीं ग्राहम थोरपे टीम के असिस्टेंट कोच रहे थे।
सब खिलाड़ी अपने-अपने लिए उस वक्त खेल रहे थे - स्टीव हार्मिसन
एसईएन रोड टू एशेज में बातचीत के दौरान स्टीव हार्मिसन ने कहा "2003, 2001, 1999 और 1997 की टीमों के मुकाबले 2005 की टीम में ये फर्क था कि उस वक्त हम एक टीम के तौर पर खेले थे। हम एक टीम के तौर पर मैच्योर हुए थे और मैदान में सब एकजुट होकर खेल रहे थे। जबकि 1997, 2002, 2003/04 में इंग्लैंड के लिए कई सारे स्वार्थी प्लेयर खेल रहे थे। मुझे गलत मत समझिए लेकिन इसमें कई महान क्रिकेटर थे। मुझे ये कहने में कोई दिक्कत नहीं है कि नासिर हुसैन, माइकल एथर्टन, ग्राहम थोरपे, डॉमिनिक कॉर्क, डैरेन गॉफ और एंडी कैडोक ये सब अलग-अलग होकर खेल रहे थे। जबकि 2005 में हमने एक टीम के तौर पर खेला था।"
आपको बता दें कि 2005 के एशेज सीरीज में इंग्लैंड ने जीत हासिल की थी। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया था। इस जीत में स्टीव हार्मिसन ने अपना अहम योगदान दिया था। उन्होंने पांच टेस्ट मैचों में 32.29 की औसत से 17 विकेट लिए थे।