'हमने सचिन तेंदुलकर को आउट करने का प्लान बनाया लेकिन उन्होंने पारी में वह शॉट ही नहीं खेला'

सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ 2003-04 के दौरे पर सिडनी टेस्ट मैच में दोहरा शतक जड़ा था। स्टीव वॉ (Steve Waugh) ने उन पलों को याद करते हुए सचिन तेंदुलकर के खिलाफ बनाई गई रणनीति और उस पर सचिन तेंदुलकर का बल्ले से दिया गया जवाब बताया है। स्टीव वॉ ने कहा कि हमने कवर ड्राइव खिलाते हुए सचिन तेंदुलकर को आउट करने की योजना बनाई थी लेकिन सचिन ने एक बार भी कवर ड्राइव नहीं खेला।

वॉ ने एक वीडियो में बताया कि सचिन तेंदुलकर अपने पसंदीदा शॉट कवर ड्राइव पर लगातार आउट हो रहे थे। हमने उन्हें एक बार फिर उसी अंदाज में आउट करने की रणनीति बनाई लेकिन सचिन तेंदुलकर ने कवर ड्राइव खेलने से बिलकुल मना कर दिया। उन्होंने पूरी पारी के दौरान एक बार भी कवर ड्राइव नहीं खेला और नाबाद 241 रनों की पारी खेल दी। वॉ ने कहा कि सचिन में इस तरह की क्षमता थी कि वह विपक्षी टीम की योजना को फेल करते हुए अपने हिसाब से खेल में खुद को ढाल लेते थे।

सचिन तेंदुलकर ने पर्थ में युवा उम्र में जड़ा था शतक

सचिन तेंदुलकर जब 18 वर्ष के थे उस समय पर्थ क्रिकेट ग्राउंड पर शतक जड़ा था। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 1992 के दौरान सचिन तेंदुलकर ने ऐसा किया था। सचिन की उस पारी के बारे में वॉ ने कहा कि मैंने एक 17 वर्षीय लड़के को देखा जिसने बाउंस और गति वाली पर्थ की पिच पर शतक जड़ा था। इतनी कम उम्र में वहां शतक जड़ने का मतलब यही था कि उसमें कुछ तो स्पेशल है।

सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर

गौरतलब है कि सचिन तेंदुलकर को ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा और शेन वॉर्न एक खिलाफ खेलना पसंद था और समय-समय पर उनके खिलाफ रन भी उन्होंने बनाए। शेन वॉर्न ने एक बार सचिन के बल्ले से हुई धुनाई के बाद कहा था कि मुझे वह रात में भी दिखते थे।

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Edited by Naveen Sharma