पाकिस्तान क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिनर रहे सईद अजमल ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है लेकिन अभी भी उनको इस बात की टीस है कि 2011 के भारत-पाकिस्तान सेमीफाइनल मुकाबले में उनकी गेंद पर सचिन तेंदुलकर को आउट क्यों नहीं दिया गया था। इस मैच को 6 साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है लेकिन सईद अजमल का कहना है कि वो आज तक नहीं समझ पाए हैं कि तेंदुलकर को नॉट आउट क्यों करार दिया गया था जबकि वो पूरी तरह से आश्वस्त थे कि सचिन आउट ही हैं। सचिन तेंदुलकर ने 2011 विश्व कप के भारत-पाकिस्तान मुकाबले में भारतीय टीम की तरफ से सबसे ज्यादा 85 रन बनाए थे। लेकिन मोहाली में खेले गए उस मैच में उन्हें अजमल की गेंदों पर रन बनाने में काफी दिक्कत हुई थी और अजमल ने ही उन्हें शाहिद अफरीदी के हाथों कैच कराकर आउट भी किया था। हालांकि मैच के दौरान एक बार अजमल की अपील पर फील्ड अंपायर ने सचिन को एलबीडब्लूय आउट करार दे दिया था, लेकिन इसके बाद उन्होंने डीआरएस लिया और रीप्ले में दिखा कि गेंद स्टंप्स पर नहीं लग रही थी। इसकी वजह से अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा और सचिन को नाट आउट करार दिया गया। उस वक्त वो सिर्फ 23 रन बनाकर खेल रहे थे। इस बारे में अजमल ने कहा कि मुझे पक्का यकीन था कि सचिन आउट हैं लेकिन अभी तक समझ नहीं पा रहा हूं कि अंपायर ने उन्हें नॉट आउट क्यों करार दिया। हालांकि अजमल ने ये भी कहा कि सचिन को गेंदबाजी करना काफी मुश्किल काम था। इसके लिए आपको काफी ज्यादा स्किल की जरुरत है।