इंग्लैंड (England Cricket Team) के दिग्गज तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में खेले गए पहले एशेज टेस्ट मुकाबले में नहीं खेलने को लेकर दुख जताया है। स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहा है कि गाबा में जिस तरह की पिच थी उस पर वो काफी बड़ा प्रभाव डाल सकते थे।
ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन में खेले गए पहले एशेज टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 9 विकेटों से हरा दिया और इसके साथ ही सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। अब इंग्लैंड के सामने दूसरे मुकाबले में वापसी करने की चुनौती है। इंग्लैंड की सारी उम्मीदें अपने दो प्रमुख तेज गेंदबाजों जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड पर टिकी हुई हैं। इन दोनों खिलाड़ियों को पहले मुकाबले में नहीं खिलाया गया था, ताकि ये एडिलेड में होने वाले दूसरे डे-नाईट टेस्ट मैच के लिए रिफ्रेश रहें।
मुझे गाबा में गेंदबाजी करना पसंद है - स्टुअर्ट ब्रॉड
हालांकि स्टुअर्ट ब्रॉड का कहना है कि अगर वो पहले टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होते तो ज्यादा प्रभाव डाल सकते थे। डेली मेल में लिखे अपने कॉलम में ब्रॉड ने ये प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा "कई मौकों पर मुझे प्लेइंग इलेवन में नहीं शामिल किया गया और कई बार इस फैसले से मुझे हैरानी भी हुई। हालांकि इस बार प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किए जाने से मुझे कोई हैरानी नहीं हुई क्योंकि मैं इससे पहले भारत के खिलाफ सीरीज में इंजरी की वजह से नहीं खेल पाया था। लोग कह रहे थे कि मुझे ड्रॉप किया गया था लेकिन ऐसा नहीं था।"
स्टुअर्ट ब्रॉड के मुताबिक उन्हें एशेज में खेलना काफी पसंद है और गाबा की पिच पर वो काफी कारगर साबित हो सकते थे। उन्होंने कहा "मुझे एशेज क्रिकेट काफी पसंद है और गाबा में गेंदबाजी करना काफी अच्छा लगता है। मुझे ऐसा लगता है कि इस तरह की पिच पर मैं अच्छी गेंदबाजी कर सकता था।"