भारत और साउथ अफ्रीका (IND vs SA) के बीच केपटाउन टेस्ट मैच महज दो दिनों के अंदर खत्म होने के बाद पिच को लेकर काफी चर्चा की जा रही है। वहीं पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने सेना देशों की मीडिया पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब भारत में इस तरह से कोई मैच जल्दी खत्म हो जाता है तो फिर इन देशों की मीडिया पिच की आलोचना करने लगती है और अब वही काम भारतीय मीडिया को करना चाहिए।
भारतीय टीम ने केपटाउन में खेले गए दूसरे टेस्ट मुकाबले में मेजबान साउथ अफ्रीका को 7 विकेट से बुरी तरह हरा दिया। ये मुकाबला सिर्फ दो दिनों के अंदर ही खत्म हो गया। केपटाउन टेस्ट में सिर्फ 642 गेंदों का ही खेल देखने को मिला, जिसकी वजह से यह गेंदों के आधार पर अब तक का पूरा होने वाला सबसे छोटा मैच रहा। इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 23.2 और भारत ने अपनी पहली पारी में 34.5 ओवर खेले। इसके बाद दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका ने 36.5 ओवर खेलने में कामयाबी हासिल की, जवाब में भारत ने निर्धारित लक्ष्य को 12 ओवर में ही हासिल कर लिया।
हमारी मीडिया को अब सवाल उठाना चाहिए - सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर के मुताबिक उन्हें केपटाउन की पिच से कोई दिक्कत नहीं है लेकिन भारतीय पिचों की भी आलोचना नहीं होनी चाहिए। उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान कहा,
अगर आप टर्निंग ट्रैक पर नहीं खेल सकते हैं तो फिर अच्छे बल्लेबाज नहीं हैं। जब गेंद टर्न होती है तो फिर उसकी पिच तक जाना होता है और अपनी क्रीज का इस्तेमाल करना होता है। टेस्ट क्रिकेट इसी का नाम है और आपका पूरा टेस्ट होगा। मेरा हमेशा से ये मानना रहा है कि अगर आप उन पिचों पर नहीं खेल सकते हैं जो टर्न होती है तो फिर आप बेहतर बल्लेबाज नहीं हैं। सेना देशों के मीडिया की ये कहती है कि अगर आप तेज और बाउंसी पिचों पर नहीं खेल सकते हैं तो फिर आप बल्लेबाज नहीं हैं। इसलिए अब हमारे मीडिया की बारी है कि वो इस बारे में लिखें।