विराट कोहली (Virat Kohli) पहले बच्चे के जन्मदिन के मौके पर भारतीय टीम (Indian Team) को ऑस्ट्रेलिया में ही छोड़कर आए हैं। बीसीसीआई ने उन्हें छुट्टी दी है। पूर्व भारतीय खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए नियमों में भी भिन्नता होने के लिए बोर्ड की आलोचना की है। विराट कोहली बच्चे के जन्म के लिए भारत आए हैं जबकि टी नटराजन (T Natarajan) बच्चे के जन्म के बाद अब तक उसे देख भी नहीं पाए हैं और वह ऑस्ट्रेलिया में नेट गेंदबाज बनकर रुके हुए हैं। सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने बीसीसीआई के इस रवैये के लिए आलोचना की है।
सुनील गावस्कर ने स्पोर्टस्टार के कॉलम में लिखा कि आईपीएल प्लेऑफ़ के दौरान ही टी नटराजन पहली बार पिता बन गए थे। उन्हें अब तक ऑस्ट्रेलिया में रुकने के लिए कहा गया है और वह भी टीम का हिस्सा बनाकर नहीं बल्कि नेट गेंदबाज बनाकर। कल्पना करें कि दूसरे प्रारूप के एक मैच विनर को नेट गेंदबाज बनने के लिए कहा गया है।
सुनील गावस्कर का पूरा बयान
वह जनवरी के तीसरे सप्ताह में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खत्म होने के बाद पहली बार अपनी बेटी को देख पाएंगे और यहाँ विराट कोहली पहले टेस्ट के बाद बच्चे के जन्म के लिए भारत आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि टी नटराजन आईपीएल में थे उस समय उनके बेटी हुई। इसके बाद उन्हें वहीँ से ऑस्ट्रेलिया दौरे की टीम के साथ जाना पड़ा। वहां सीरीज खत्म होने के बाद भी उन्हें टेस्ट सीरीज के लिए नेट में गेंदबाजी करने के लिए रखा गया है। मोहम्मद शमी की चोट के बाद भी उनको टीम में लेने की घोषणा नहीं हुई है। दूसरी तरफ विराट कोहली पहला टेस्ट बुरी तरह हारने के बाद बच्चे के जन्म के लिए भारत आए हैं। सुनील गावस्कर ने इसे लेकर बोर्ड के दोहरे नियमों के लिए नराजगी जाहिर की। उनके अनुसार दोनों के लिए नियम एक जैसे होने चाहिए।