अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट मैच के पहले दिन बेहतरीन कप्तानी की। अजिंक्य रहाणे की इस बेहतरीन कप्तानी के कारण भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 195 रन के मामूली स्कोर पर आउट कर दिया। भारतीय टीम (Indian Team) के लिए जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन ने क्रमशः 4 और 3 विकेट चटकाए। सुनील गावस्कर ने धाकड़ कप्तानी के लिए अजिंक्य रहाणे की तारीफ करने से मना कर दिया।
सुनील गावस्कर ने कहा कि मैं इस समय अजिंक्य रहाणे की तारीफ नहीं करना चाहूँगा। ऐसा करना जल्दीबाजी होगी और मैं नहीं चाहता कि मुंबई के खिलाड़ी की तारीफ करने का आरोप मेरे ऊपर लगे। उन्होंने कहा कि इतनी जल्दी किसी की तारीफ करना सही नहीं होगा।
सुनील गावस्कर का पूरा बयान
ऑस्ट्रेलिया के तीन बल्लेबाज कैच आउट हुए थे। इनमें स्टीव स्मिथ, मार्नस लैबुशेन और ट्रेविस हेड के कैच थे। अजिंक्य रहाणे ने जिस तरह की फील्डिंग सेट की, उससे सुनील गावस्कर काफी प्रभावित हुए। हालांकि रहाणे की बेहतरीन कप्तानी मैदान पर दिखाई दी और गेंदबाजों ने भी फील्डिंग के अनुसार ही कार्य किया।
पहले दिन के खेल में जसप्रीत बुमराह और आर अश्विन ने धाकड़ गेंदबाजी की। जसप्रीत बुमराह और अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को बाँधकर रखा और दबाव बनने के बाद बल्लेबाज आउट होते रहे। यही कारण रहा कि ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 200 रन से कम स्कोर पर सिमट गई।
ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया लेकिन भारतीय टीम ने पिच में प्राप्त नमी का फायदा उठाया। पहला झटका जल्दी लगने के बाद ऑस्ट्रेलिया के तीन विकेट गिर गए। 38 रन पर तीन विकेट गिरने के बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम दबाव में आई और थोड़े-थोड़े अन्तराल पर बल्लेबाज आउट होकर जाते रहे। अंत में पूरी टीम 195 रन बनाकर आउट हो गई। भारतीय टीम ने भी पहले दिन मयंक अग्रवाल के रूप में एक विकेट गंवा दिया।