ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) में 2-1 से पीछे चल रही है। उन्हें सीरीज ड्रॉ करने के लिए आखिरी मुकाबला हर-हाल में जीतना होगा। वहीं ऑस्ट्रेलिया के खराब प्रदर्शन के लिए उनके प्लेयर्स के ऊपर काफी सवाल उठाए जा रहे हैं। हालांकि पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि कंगारू टीम के खराब परफॉर्मेंस के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम के सेलेक्टर जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि सेलेक्टर्स ने तीन ऐसे प्लेयर्स को चुन लिया जो इंजरी का शिकार थे और जिनको लेकर ये तय था कि वो पहले दो मैचों में नहीं खेलेंगे। इसी वजह से सेलेक्टर्स को बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए।
ऑस्ट्रेलिया की टीम नागपुर और दिल्ली में हुए मैच में हार गई थी लेकिन इंदौर में जीत हासिल करके उन्होंने बेहतरीन वापसी की। टीम के लिए प्लेयर्स की इंजरी काफी बड़ी समस्या रही। तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड एक भी मैच नहीं खेल पाए हैं। कैमरन ग्रीन और मिचेल स्टार्क भी चोटिल थे। हालांकि इन दोनों ने तीसरे मैच में जरूर हिस्सा लिया।
चोटिल खिलाड़ियों को सेलेक्टर्स ने टीम में सेलेक्ट कर लिया - सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर के मुताबिक ये जानते हुए भी कि ये प्लेयर चोटिल हैं इन्हें टीम में कैसे चुना जा सकता है। उन्होंने स्पोर्टस्टार के लिए लिखे अपने कॉलम में कहा,
कई सारे मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ऑस्ट्रेलिया के अलग-अलग पूर्व खिलाड़ी अपने प्लेयर्स को टार्गेट कर रहे हैं। लेकिन वास्तव में ऑस्ट्रेलियाई सेलेक्टर्स को टार्गेट किया जाना चाहिए। वो इन तीन खिलाड़ियों को कैसे चुन सकते हैं जिनके बारे में उन्हें पता ही नहीं था कि ये पहले दो मैचों में सेलेक्शन के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। ये पूरी आधी सीरीज हो गई और टीम मैनेजमेंट के पास प्लेइंग इलेवन चुनने के लिए केवल 13 प्लेयर ही बचे थे। अगर थोड़ी-बहुत जिम्मेदारी का एहसास है तो फिर सेलेक्टर्स को इस्तीफा दे देना चाहिए।