भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को आगामी वेस्टइंडीज टूर के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) में खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। हालांकि पूर्व सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर चयनकर्ताओं के इस फैसले से खुश नहीं हैं। उनके मुताबिक दूसरों की नाकामियों को छुपाने के लिए चेतेश्वर पुजारा को बलि का बकरा बना दिया गया है।
वेस्टइंडीज दौरे पर दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई है। टीम इंडिया में दो नए चेहरों को शामिल किया गया है। एक सीनियर खिलाड़ी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। अजिंक्य रहाणे को टीम में रखा गया है। सूर्यकुमार यादव को बाहर कर दिया गया है। भारतीय टीम में कुल 16 सदस्यों को शामिल किया गया है और बड़ी बात यह है कि चेतेश्वर पुजारा और उमेश यादव को बाहर कर दिया गया है। टीम में अनकैप्ड खिलाड़ी ऋतुराज गायकवाड़ और यशस्वी जायसवाल को शामिल कर लिया गया है। उनके अलावा मुकेश कुमार का नाम भी इस टीम में शामिल है।
सारी जिम्मेदारी चेतेश्वर पुजारा पर क्यों डाली गई - सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर के मुताबिक जब पूरी बैटिंग ही फ्लॉप हो गई तो फिर अकेले चेतेश्वर पुजारा को क्यों ड्रॉप किया गया। इंडिया टुडे पर बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,
पुजारा को क्यों ड्रॉप किया गया ? हमारे बल्लेबाजों की नाकामी के लिए उन्हें बलि का बकरा क्यों बनाया गया ? उन्होंने काफी ईमानदारी से भारतीय क्रिकेट की सेवा की है। उन्होंने चुपचाप ईमानदारी से अपना काम किया है। उन्होंने सफलता भी हासिल की और खामोश भी रहे। बस उनके पास सोशल मीडिया पर करोड़ों में फॉलोअर्स नहीं हैं तो इसी वजह से उन्हें ड्रॉप कर दिया गया। ये मेरी समझ से बाहर है। उनको बाहर करने और दूसरे बल्लेबाजों को टीम में रखने का क्या क्राइटेरिया है ? मुझे नहीं पता क्योंकि इन दिनों सेलेक्शन कमेटी चेयरमैन मीडिय से बात ही नहीं करते हैं।