आईपीएल में एक बार फिर से 'मांकडिंग' को हवा मिल गई, जब आर अश्विन ने गेंदबाजी के दौरान क्रीज छोड़ चुके आरोन फिंच को चेतावनी दी। इस मैच के दौरान कमेंट्री कर रहे सुनील गावस्कर ने 'मांकडिंग' को लेकर बयान दिया है। सुनील गावस्कर का मानना है कि 'मांकडिंग' की जगह 'ब्राउन' शब्द का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। सुनील गावस्कर ने कहा कि नियम सरल और स्पष्ट हैं अगर बल्लेबाज गेंदबाजी पूरी होने से पहले क्रीज छोड़ देता है तो गेंदबाज के पास उसको आउट करने का विकल्प मौजूद है। इसके आलावा सुनील गावस्कर ने कहा कि आखिरकार ऑस्ट्रेलिया कब सीखेगी?
गौरतलब है कि साल 1947 में ऑस्ट्रेलिया के बिल ब्राउन सबसे पहले 'मांकडिंग' के जरिये आउट हुए थे और इस बार आरोन फिंच भी यही गलती दोहरा चुके थे।
ये भी पढ़ें: राजस्थान रॉयल्स के कप्तान स्टीव स्मिथ के ऊपर स्लो ओवर रेट के कारण लगा जुर्माना
सुनील गावस्कर का बयान
'द इंडियन एक्सप्रेस' को दिए एक साक्षात्कार में सुनील गावस्कर ने कहा, "वीनू मांकड़ भारतीय क्रिकेट के एक लीजेंड रहे हैं, जो भारत को मैच जिताने वाले महान ऑलराउंडरों में से एक हैं। आप उनके नाम का उपयोग मांकडिंग में करते हैं, यह मेरे लिए स्वीकार्य नहीं है। एक भारतीय लीजेंड का नाम उपेक्षा के साथ नहीं आना चाहिए। यह मुझे चकित करता है कि भारतीय मीडिया में इतने सारे लोग इस शब्द का उपयोग क्यों करते हैं। भारतीय होने के नाते हमें उनके नाम का उपयोग मांकडिंग में नहीं करना चाहिए। यही कारण है कि कल टेलीविजन पर, मैंने कहा कि अश्विन ने उन्हें 'ब्राउन' करने की कोशिश की। क्योंकि बिल ब्राउन ने 1947 में गलती की थी, न कि वीनू मांकड़ ने।"
पूर्व भारतीय दिग्गज गावस्कर ने आगे कहा, "आखिरकार ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी कब सीखेंगे ?क्योंकि यह 1947 में बिल ब्राउन के साथ हुआ था और वह अभी भी नहीं सीखे हैं। साधारण सी बात यह है कि आपको गेंदबाज को देखना होगा। जब वह गेंद फेंक देगा तब आप क्रीज छोड़ सकते हैं। आप बल्लेबाज की तरफ नहीं देख सकते, जैसे कि फिंच कर रहे थे और क्रीज से बाहर चले गए थे। नियम स्पष्ट और सरल हैं।"