श्रीलंका के दिग्गज गेंदबाज सुरंगा लकमल (Suranga Lakmal) ने अपने आखिरी टेस्ट मुकाबले से पहले बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि संन्यास लेने के लिए ये सही समय है। इसके अलावा लकमल ने बारबाडोस टेस्ट मैच में अपनी कप्तानी में मिली जीत को भी याद किया।
सुरंगा लकमल ने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के आगाज से पहले ही ये ऐलान कर दिया था कि ये सीरीज उनकी आखिरी सीरीज होगी। इसके बाद वो इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। 35 वर्षीय लकमल ने 2010 में अपना डेब्यू किया था और खुद को मिले मौके के लिए उन्होंने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड का आभार जताया है।
संन्यास लेने का ये सही समय था - सुरंगा लकमल
ईएसपीएन क्रिकइन्फो से खास बातचीत में लकमल ने बताया कि युवा प्लेयर्स को मौका देने के लिए उन्होंने संन्यास का फैसला लिया। उनके मुताबिक किसी और प्लेयर को ग्रूम करने का ये सही समय है। उन्होंने कहा,
अपने परफॉर्मेंस के बारे में सोचने की बजाय मैंने सोचा कि अपनी टीम के लिए क्या कर सकता हूं। मैंने 13 साल तक खेला और अब 35 साल का हो चुका हूं। कुछ और साल खेलने की बजाय मैंने सोचा कि अपनी जगह किसी युवा प्लेयर को दूंगा। श्रीलंका क्रिकेट से लीव लेने के लिए ये सही समय है। मेरे करियर की सबसे बड़ी सफलता बारबाडोस पिंक टेस्ट मैच में मिली जीत थी। जब मेरी कप्तानी में टीम ने जीत हासिल की थी।
आपको बता दें कि सुरंगा लकमल ने 2009 में नागपुर में भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। ये एक ऐसा मैच था जिसमें उनकी टीम ने जीत हासिल की थी। उनका टेस्ट डेब्यू कोलंबो में वेस्टइंडीज के खिलाफ एक साल के भीतर हुआ, जबकि टी20 कैप 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ मिली थी। श्रीलंका की कप्तानी उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में साल 2018 में की थी। उस दौरान पांच टेस्ट मैचों में लकमल ने टीम की कप्तानी की थी।