Sybrand Engelbrecht retirement: आईसीसी मेंस टी20 वर्ल्ड कप 2024 (T20 World Cup 2024) में नीदरलैंड का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा और टीम को ग्रुप स्टेज से ही बाहर होना पड़ा। नीदरलैंड को अपने अंतिम ग्रुप मुकाबले में श्रीलंका के खिलाफ करारी हार झेलकर विदाई लेनी पड़ी। वहीं, अपनी टीम के बाहर होते ही प्रमुख बल्लेबाज साइब्रांड एंगेलब्रेक्ट ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। एंगेलब्रेक्ट के संन्यास के कोई आसार नहीं थे लेकिन उन्होंने अचानक इतनी बड़ी घोषणा से सभी को हैरान करने का काम किया है।
दक्षिण अफ्रीका के लिए अंडर-19 स्तर पर खेल चुके साइब्रांड एंगेलब्रेक्ट ने पिछले साल ही नीदरलैंड के लिए अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था और वनडे वर्ल्ड कप में भी हिस्सा लिया था। उन्होंने टूर्नामेंट के दौरान कुछ बेहतरीन पारियां खेली थी और सभी को प्रभावित करने में कामयाब भी रहे थे। अपने करियर में एंगेलब्रेक्ट ने 12 वनडे और 12 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले। इस दौरान कुल 685 रन बनाने में कामयाब रहे। वहीं, गेंदबाजी करते हुए टी20 इंटरनेशनल में 5 विकेट भी चटकाए।
श्रीलंका के खिलाफ अपने अंतिम मुकाबले के दौरान जबरदस्त फील्डिंग का नजारा पेश किया
साइब्रांड एंगेलब्रेक्ट ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के आखिरी मुकाबले में कुछ खास कमाल बल्ले से नहीं दिखाया लेकिन उन्होंने श्रीलंका की पारी के दौरान बाउंड्री लाइन पर अपनी गजब की फील्डिंग से सभी का दिल जीत लिया। श्रीलंका की पारी का 17वां ओवर टिम प्रिंगल कर रहे थे और उन्होंने दूसरी गेंद फुल टॉस डाली, जिसका फायदा उठाकर एंजेलो मैथ्यूज मिड-विकेट के क्षेत्र में छक्का लगाना छह रहे थे लेकिन बीच में एंगेलब्रेक्ट आ गए और उन्होंने पीछे की तरफ हवा में छलांग लगाई और एक हाथ से गेंद को मैदान के अंदर फेंक दिया और खुद बाउंड्री लाइन के उस पार गिरे। उन्होंने अपनी शानदार फील्डिंग से 5 रन बचाए और सभी को तारीफ करने पर मजबूर कर दिया।
गौरतलब हो कि यह पहला मौका नहीं है जब साइब्रांड एंगेलब्रेक्ट ने अपनी जबरदस्त फील्डिंग से चर्चा बटोरी हो। इससे पहले उन्होंने 2008 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी अपनी बेहतरीन फील्डिंग से सभी का दिल जीता था। बता दें कि एंगेलब्रेक्ट वित्तीय और परियोजना प्रबंधन में अपने करियर पर ध्यान केंद्रित करने के लिए 2016 में सभी तरह की क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और फिर उन्होंने 2021 में नीदरलैंड में बसने के बाद वहां पर मनोरंजक रूप से क्रिकेट खेलना शुरू किया था और बाद में नेशनल टीम के लिए भी खेले।