वेस्टइंडीज (West Indies Cricket team) के महान बल्लेबाज गॉर्डन ग्रीनिज (Gordon Greenidge) ने कहा है कि 50 ओवर क्रिकेट को खत्म नहीं करना चाहिए क्योंकि आज के समय में टी20 क्रिकेट को ज्यादा तवज्जो दी जा रही है।
71 साल के ग्रीनिज ने दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'मैं 50 ओवर क्रिकेट को खत्म होते नहीं देखना चाहता हूं कि केवल टी20 क्रिकेट खेला जाए। मेरा मानना है कि टी20 क्रिकेट पूरी तरह दर्शकों के लिए है। टी20 क्रिकेटर्स का खेल नहीं। हां क्रिकेटर्स इसे खेलते हैं, लेकिन यह फास्ट फ़ूड की तरह है। असली क्रिकेट तो टेस्ट क्रिकेट है। टी20 के बाद हम 10 ओवरों का क्रिकेट देखेंगे। यहां से अगला क्या? संभवत: एक या दो ओवर? कृपया टेस्ट को खत्म नहीं करें। यही वास्तिवक क्रिकेट है, जिसके लिए हम यहां हैं और हम सब बढ़ें हैं।'
बता दें कि 1975 और 1979 विश्व कप विजेता वेस्टइंडीज के ओपनर सोमवार को नई दिल्ली में एक इवेंट में शामिल होने आए थे। बल्ले की निर्माता कंपनी बीडीएम के साथ लंबे समय से साथ रहने के लिए ग्रीनिज को सम्मानित किया गया।
ग्रीनिज से पूछा गया कि वेस्टइंडीज में क्रिकेट के हाल को देखते हुए बुरा लगता है तो उन्होंने जवाब दिया कि यही मौका है जब टेस्ट को दोबारा प्राथमिकता दी जाए।
ग्रीनिज ने कहा, 'पहले मुझे बुरा लगता था, लेकिन अब नहीं। क्योंकि अब मैं ज्यादा क्रिकेट नहीं देखता हूं। मैं सिर्फ टेस्ट क्रिकेट देखता हूं और अगर कोई युवा खिलाड़ी सलाह लेना चाहता है तो अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए उसे खेलते देखता हूं और अपना जजमेंट सुनाता हूं। मुझे टेस्ट से प्यार है और हमेशा रहेगा। इसमें आलोचना की कोई बात नहीं क्योंकि ये मेरा नजरिया है।'
गॉर्डन ग्रीनिज से इस दौरान मांकडिंग पर भी सवाल किया गया। इसके जवाब में ग्रीनिज ने कहा, 'मेरा मानना है कि किसी के लिए इस अंदाज में विकेट गंवाना अच्छा तरीका नहीं है। कुछ लोग कहते हैं कि यह खेल भावना के अधीन नहीं है। मगर मैं यह भी कहना चाहूंगा कि दो से तीन कदम आगे जाना भी तो घेरना ही हुआ। अगर गेंदबाज का हल्का पैर क्रीज के बाहर आ जाए तो नो बॉल और बल्लेबाज को फ्री हिट मिलती है।'
उन्होंने आगे कहा, 'नियम के अनुसार खेलना चाहिए। उम्मीद है कि ये चीजें बार-बार नहीं होंगी। दुर्भाग्यवश पिछले 10-15 सालों में कई फैसले बल्लेबाजों के पक्ष में लिए गए।'