श्रीलंका के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज में आईसीसी आचार संहिता के लेवल 1 का उल्लंघन करने के कारण बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन और नुरुल हसन पर आईसीसी ने कार्रवाई की है। दोनों पर 25 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगा है। इसके अलावा उनके खाते में एक-एक डीमेरिट पॉइंट भी जोड़ा गया है। श्रीलंका के खिलाफ मैच में बांग्लादेश ने आखिरी ओवर में जीत दर्ज कर मेजबान टीम को टूर्नामेंट से बाहर करने में कामयाबी हासिल की थी। अंतिम ओवर के समय बांग्लादेशी खिलाड़ियों ने खेल को शर्मसार करने वाला कार्य किया। अम्पायर के फैसले पर विरोध जताते हुए शाकिब अल हसन ने मैदान के बाहर से अपने खिलाड़ियों को वापस आने का इशारा किया गया था। मुस्ताफिजुर रहमान जिस गेंद पर रनआउट हुए थे उसे दूसरी बाउंसर करार देकर पहले नो बॉल दिया गया था लेकिन दूसरे अम्पायर ने निर्णय बदल दिया था। मैच के बाद शाकिब ने कहा कि स्क्वेयर लेग अम्पायर ने पहले नो बॉल देने के बाद खुली चर्चा कर फैसला बदल दिया जो सही नहीं था। शाकिब ने यह भी कहा कि मुझे नहीं मालूम पहला बाउंसर कब हुआ था लेकिन दूसरे बाउंसर का कहते हुए नो बॉल देकर फैसला बदलना सही नहीं था। बांग्लादेश ने मुकाबले में 2 विकेट से जीत दर्ज की थी। नुरुल ने श्रीलंका के कप्तान थिसारा परेरा को उंगली दिखाई थी। इसके बाद माहौल खराब हो गया था। इसे भी पढ़ें: T20 Tri Series: मैच रेफरी के अनुसार ड्रेसिंग रूम की घटना का सीसीटीवी वीडियो पूर्णरूप से सही नहीं आईसीसी द्वारा रिलीज प्रेस वक्तव्य में कहा गया है कि इन दोनों खिलाड़ियों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है इसलिए किसी अन्य प्रकार की सुनवाई की जरुरत नहीं होगी। दोनों पर मैदानी अम्पायरों के साथ तीसरे और चौथे अम्पायर ने बांग्लादेशी खिलाड़ियों पर चार्ज लगाए थे और मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने इस पर कार्रवाई की। आईसीसी की कार्रवाई सही मानी जानी चाहिए क्योंकि बांग्लादेश के खिलाड़ियों का व्यवहार खेल को शर्मसार करने वाला रहा था।