स्कॉटलैंड (Scotland Cricket team) के कप्तान काइल कोएत्जर (Kyle Coetzer) की ख्वाहिश है कि विराट कोहली (Virat Kohli) को ड्रेसिंग रूम में ले जाकर उनकी मानसिकता को समझें। स्कॉटलैंड के कप्तान ने कहा, 'भारत के खिलाफ हमारा मुकाबला भव्य होने वाला है। टॉस के समय विराट कोहली के पास खड़ा होना सिर्फ मेरे ही लिए नहीं बल्कि किसी के लिए भी विशेष होगा। वह खेल के आदर्श हैं, स्टाइल से अपने रन बनाते हैं।'
इसके अलावा कोएत्जर ने न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन से मिलने के मौके के बारे में बातचीत की। उन्होंने कहा, 'मैं भाग्यशाली था कि आज पहले लिफ्ट में उनके साथ आया। मुझे पहले भी उनके साथ मिलने और बात करने के मौके मिले हैं। मगर विराट कोहली ऐसे हैं, जिनसे कभी मिलने या बातचीत करने का मौका नहीं मिला। देखिए हम दमदार खेलने की कोशिश करेंगे और भारत पर जितना हो सके, दबाव बनाने का प्रयास करेंगे। मगर हमें वास्तिवक रहने की जरूरत भी है।' स्कॉटलैंड को बुधवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबला खेलना है और इसके बाद शुक्रवार को उसकी भिड़ंत भारत से होगी।
कोएत्जर ने बताया कि अफगानिस्तान और आयरलैंड जैसे आगे बढ़ने के लिए स्कॉटलैंड को भी फंडिंग की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'मैं अनुबंधित खिलाड़ियों में से एक हूं। मगर मुझे दो अन्य नौकरियां करनी पड़ती हैं। मेरे सभी काम क्रिकेट से जुड़े हैं। डरहम और कई छोटी काउंटी में कोचिंग देना। मैं एक स्थानीय क्लब भी चलाता हूं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि अगर लड़कों को पूरी तरह क्रिकेट पर निर्भर रहना है तो हमें अधिक पैसों की जरूरत है। स्कॉटलैंड क्रिकेट के लिए जरूरी हैकि वह ज्यादा फंडिंग खोजे। हमें स्पॉन्सर की सख्त जरूरत है।'
गौतम गंभीर ने कोहली पर निकाली भड़ास
टीम इंडिया के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप 2021 में मिली हार के बाद कप्तान विराट कोहली पर जमकर भड़ास निकाली है। गंभीर ने कहा कि अहम मौकों पर शांति की कमी और हर बात पर प्रतिक्रिया देने से कोहली का खेल के प्रति जुनून साबित नहीं होता है। पूर्व ओपनर ने कहा कि कोहली को हमेशा चेहरे पर जवाब देने की जरूरत नहीं है और उन्हें इसके बजाय केन विलियमसन की सकारात्मकता से सीख लेना चाहिए।
गंभीर ने कहा कि टूर्नामेंट में स्थिति को देखते हुए भारत और न्यूजीलैंड पर दबाव समान था। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में विलियमसन की शांति का टीम के साथियों पर ज्यादा सकारात्मक असर पड़ा। कोहली के जोश का भारतीय खिलाड़ियों पर उतना सकारात्मक असर नहीं पड़ा।