टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान (Pakitan Cricket Team) की जीत के बाद वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) और गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के ट्वीट से पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर सलमान बट्ट खुश नहीं हैं। उनका कहना है कि जिस तरह का ट्वीट इन दोनों पूर्व सलामी बल्लेबाजों ने किया उसकी उम्मीद इनसे नहीं थी।भारतीय टीम को दुबई में पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में 10 विकेटों से बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। पाकिस्तान ने पहली बार भारत को वर्ल्ड कप में हराने का कारनामा किया और इस हार के बाद भारत में काफी तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं।गौतम गंभीर और वीरेंदर सहवाग ने ट्वीट करके उन लोगों के लिए तीखी प्रतिक्रिया दी जो पाकिस्तान की जीत पर खुश हो रहे थे और पटाखे जला रहे थे। हालांकि सलमान बट्ट को ये बात नागवार गुजरी और उन्होंने इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों की आलोचना की है।Virender Sehwag@virendersehwagFirecrackers are banned during Diwali but yesterday in parts of India there were firecrackers to celebrate Pakistan ‘s victory. Achha they must have been celebrating victory of cricket. Toh , what’s the harm in fireworks on Diwali. Hypocrisy kyun ,Saara gyaan tab hi yaad aata hai11:49 AM · Oct 25, 202120406673290Firecrackers are banned during Diwali but yesterday in parts of India there were firecrackers to celebrate Pakistan ‘s victory. Achha they must have been celebrating victory of cricket. Toh , what’s the harm in fireworks on Diwali. Hypocrisy kyun ,Saara gyaan tab hi yaad aata haiइंटरनेशनल क्रिकेटर्स को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए - सलमान बट्टअपने यू-ट्यूब चैनल पर सलमान बट्ट ने कहा "आप इंटरनेशनल क्रिकेटर्स से इस तरह के रिएक्शन की उम्मीद नहीं करते हैं। इन लोगों ने काफी लंबे समय तक गेम खेला है और काफी बड़े खिलाड़ी थे। ये ऐसे लोग हैं जिन्हें लोगों को समझाना चाहिए। अगर ये ही इस तरह से बात करेंगे तो फिर लोगों को लगेगा कि वो जो कह रहे हैं वो सही है।"सलमान बट्ट के मुताबिक क्रिकेटरों को काफी सोच-समझकर कुछ लिखना चाहिए। उन्होंने आगे कहा "क्रिकेटर्स को कुछ लिखने से पहले काफी सोच-विचार करना चाहिए क्योंकि उनके काफी सारे फॉलोअर्स होते हैं। जो ये कहते हैं लोग उस चीज को सुनते हैं और उसका असर भी उनके ऊपर पड़ता है। खिलाड़ियों को अच्छी बातें करनी चाहिए और सौहार्द और एकता बढ़ाने पर जोर देना चाहिए। जो चीजें सही नहीं है उसके बारे में बात नहीं करना चाहिए।"