भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की टीम में जगह को लेकर लंबे समय से बहस चल रही है और पाकिस्तान के खिलाफ हार्दिक के साधारण प्रदर्शन के बाद यह मुद्दा फिर से उठा गया है। हार्दिक पहले मैच में बतौर बल्लेबाज खेले थे और उनकी गेंदबाजी अभी तक नहीं देखने को मिली है। हार्दिक ने लगभग पिछले दो साल से नियमित गेंदबाजी नहीं की है और इसी वजह से टीम में उनके चयन को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं। हालांकि रिपोर्ट्स की माने तो चयनकर्ता उन्हें वापस भेजना चाहते थे लेकिन हार्दिक को एमएस धोनी (MS Dhoni) की वजह से वापस नहीं भेजा गया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय चयनकर्ता कथित तौर पर यूएई में आईपीएल 2021 के दूसरे चरण में मुंबई इंडियंस के लिए गेंदबाजी नहीं करने के बाद हार्दिक को भारत की टी20 वर्ल्ड कप टीम में रखने के पक्ष में नहीं थे। हालांकि, यह एमएस धोनी थे जिन्होंने हार्दिक की मैच खत्म करने की काबिलियत की वजह से उन्हें टी20 वर्ल्ड कप टीम में बने रहने में मदद की।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने एक सूत्र के हवाले से कहा,
सच यह है कि चयनकर्ता उन्हें आईपीएल में गेंदबाजी नहीं करने के बाद भारत वापस भेजना चाहते थे, लेकिन एमएस धोनी (टीम इंडिया के मेंटर) ने उनके फिनिशिंग स्किल्स की पुष्टि की।
"अनफिट हार्दिक की वजह से अन्य खिलाड़ियों की अनदेखी हो रही है"
सूत्र ने आगे कहा कि अनफिट हार्दिक की भूमिका निभाना और अच्छा प्रदर्शन करने वाले किसी और को मौका नहीं देना सही नहीं था। हार्दिक को भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान कंधे में मामूली चोट लगी थी और बल्लेबाजी के दौरान परेशानी में दिखे। वह पीठ की समस्या के कारण गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं।
पिछले छह महीने से उनकी फिटनेस को लेकर पूरा रहस्य बना हुआ है। अब आप कह रहे हैं कि उनके कंधे में चोट है। आप एक फिट आदमी को मौका नहीं दे रहे हैं। आप एक अनफिट व्यक्ति को खिला रहे हैं जो टीम के लिए उपयोगी नहीं है। ये सही नहीं है। उसके कारण, आप अन्य फिट लोगों की अनदेखी कर रहे हैं जो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
हार्दिक पांड्या को लेकर काफी सवाल है और हाल ही उन्होंने नेट्स में गेंदबाजी शुरू की है। इससे उम्मीद लगाई जा रही है कि शायद वह न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच में गेंदबाजी करते हुए नजर आएं। अगर हार्दिक गेंदबाजी करते हैं तो भारत को अपना कॉम्बिनेशन बनाने में काफी मदद मिलेगी।