भारतीय टीम (India Cricket team) को रविवार को दक्षिण अफ्रीका (South Africa Cricket team) के हाथों टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) के सुपर-12 राउंड में पांच विकेट की शिकस्त मिली। पर्थ की तेजतर्रार पिच पर भारतीय टीम एक समय 49 रन पर पांच विकेट गंवा चुकी थी। तब सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) (68) ने अकेले ही प्रोटियाज गेंदबाजों का डटकर मुकाबला किया और टीम को 133/9 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और चेन्नई सुपरकिंग्स के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा कि सूर्यकुमार यादव का टी20 गेम ऐसे स्तर पर है, जहां उनके खेल में कमी निकालना मुश्किल है।
सूर्यकुमार यादव ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केवल 40 गेंदों में 6 चौके और तीन छक्के की मदद से 68 रन बनाए। फ्लेमिंग ने कहा कि सूर्या ने मैदान में विभिन्न लेंथ पर अपनी तकनीक का नियंत्रण दिखाया, जिसके कारण वो सफल हुए।
फ्लेमिंग ने कहा, 'सूर्यकुमार यादव की मानसिकता काफी सकारात्मक है। उनका काफी खुला और आक्रामक स्टांस है, जिसके कारण उन्हें कहीं भी शॉट खेलने की आजादी है। सूर्या ने अपनी तकनीक ऐसी बनाई है कि गेंदबाजों को सही क्षेत्र में गेंद डालना मुश्किल पड़ता है क्योंकि अगर उन्होंने फुल लेंथ की गेंद डाली तो कवर्स के ऊपर से शॉट जाएगा और अगर शॉर्ट गेंद डाली तो थर्ड मैन या प्वाइंट के ऊपर से गेंद गुजरेगी।'
फ्लेमिंग ने आगे कहा, 'वो सीधा शॉट भी खेलता है। वो शॉर्ट गेंद पर अच्छे से प्रहार करता है। तो उसने ऐसी तकनीक विकसित की है, जिसमें कमी निकालना बहुत मुश्किल है।'
इसी शो पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान फाफ डू प्लेसी ने कहा कि सूर्यकुमार यादव की खूबी है कि वो जानते हैं कि कब जोखिम उठाकर खेलना है। पूर्व प्रोटियाज कप्तान ने कहा, 'सूर्यकुमार यादव की शैली इतनी ऊंची है कि एक गेंदबाज होने के नाते आपको महसूस नहीं होता कि किस क्षेत्र में आप उन पर हावी हो सकते हैं। वो सभी विभिन्न शॉट खेलते हैं। सभी क्षेत्रों में रन बनाते हैं।'
डू प्लेसी ने आगे कहा, 'मुझे सबसे अच्छी बात उनका कंपोजर लगती है। उनके पास इतने शॉट है, लेकिन मैंने कभी उनमें जल्दबाजी नहीं देखी। उनके अंदर एक शांतिपन है, जिसके सहारे वो खूब रन बना रहे हैं। उन्हें पता है कि कब रन गति बढ़ाना है। वो उस हिसाब से आगे बढ़ते हैं और हमेशा शांत दिखते हैं। वो शानदार टी20 खिलाड़ी हैं, जिन्हें खेलते देखने में मजा आता है। युवा उनसे सीख सकते हैं कि खेल के विभिन्न चरण में किस तरह अपनी पारी आगे बढ़ाना है।'