T20 World Cup Group of Death : टी20 वर्ल्ड कप 2024 का आगाज होने में अब बस एक दिन बचा है। इससे पहले हम आपको सभी चार ग्रुप के बारे में बताते हैं और साथ ही में ये भी बताते हैं कि इनमें से ग्रुप ऑफ डेथ कौन सा है। इस ग्रुप में जो भी टीमें हैं, वो एक दूसरे को हराने में सक्षम हैं और इसी वजह से इसे सबसे मुश्किल ग्रुप माना जा रहा है।
T20 वर्ल्ड कप का नौवां संस्करण क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़ा टूर्नामेंट होगा, जिसमें 20 टीमें 9 शहरों में 55 मैच खेलेंगी। ये सभी मैच वेस्टइंडीज के 6 शहर और यूएसए के 3 शहरों में आयोजित किए जाएंगे। इस बार इन 20 टीमों को पांच-पांच के चार ग्रुप में बांटा गया है। हर ग्रुप की टॉप-2 टीम सुपर-8 के लिए क्वालीफाई करेगी। इसके बाद इन 8 टीमों को भी दो ग्रुप में बांट दिया जाएगा और दोनों ग्रुप की टॉप-2 टीमें सेमीफाइनल में जाएंगी।
ग्रुप ए - भारत, पाकिस्तान, आयरलैंड, कनाडा, यूएसए
ग्रुप बी - इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, नामीबिया, स्कॉटलैंड, ओमान
ग्रुप सी - न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज, अफगानिस्तान, युगांडा, पापुआ न्यू गिनी
ग्रुप डी - दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, बांग्लादेश, नीदरलैंड्स, नेपाल
टी20 वर्ल्ड कप 2024 का ग्रुप ऑफ डेथ
अगर हम इन ग्रुप पर नजर डालें तो लगभग हर एक ग्रुप में कोई दो बड़ी टीम जरुर है जिनके सुपर-8 में जाने की संभावना ज्यादा है। हालांकि अगर हम बात ग्रुप डी की करें तो इसमें चार ऐसी टीमें हैं जो किसी को भी मात दे सकती हैं। ग्रुप डी में साउथ अफ्रीका को सबसे मजबूत टीम माना जा रहा है। इसके अलावा श्रीलंका, बांग्लादेश और नीदरलैंड्स हैं। ये तीनों ही टीमें एक दूसरे को हराने में सक्षम हैं। नीदरलैंड्स का इतिहास जिस तरह का रहा है, उसे देखते हुए उन्हें हल्के में लेना काफी बड़ी भूल होगी।
इसके अलावा श्रीलंका और बांग्लादेश को लेकर भी कुछ नहीं कहा जा सकता है कि वो कब किसके हरा देंगे। इसी वजह से ग्रुप डी को ही इस बार टूर्नामेंट का ग्रुप ऑफ डेथ माना जा रहा है। इसकी वजह ये है कि इस ग्रुप में चार टीमें अगले दौर में जाने की दावेदार हैं।